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पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को भारतीय पत्रकारों ने लिया आड़े हाथों

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गर्वनर हाउस में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की बातों का भारतीय पत्रकारों ने मुंहतोड़ जवाब दिया और उन्हें उनकी बातों पर सफाई देने के लिए बाध्य कर दिया.

Updated on: 10 Nov 2019, 09:03 AM

highlights

  • पंजाब के गवर्नर हाउस में पत्रकारों के लिए रात्रि भोज में घिरे कुरैशी.
  • कश्मीर और पीएम नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी से उलझी बात.
  • नहीं झेल सके भारतीय पत्रकारों को पाक के विदेश मंत्री.

लाहौर:

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गर्वनर हाउस में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की बातों का भारतीय पत्रकारों ने मुंहतोड़ जवाब दिया और उन्हें उनकी बातों पर सफाई देने के लिए बाध्य कर दिया. करतारपुर गलियारे के उद्घाटन को कवर करने के लिए पाकिस्तान पहुंचे भारतीय पत्रकारों के सम्मान में गर्वनर हाउस में शुक्रवार को रात्रिभोज दिया गया था. एक भारतीय पत्रकार ने बताया कि कुरैशी इस भोज में पहले से मौजूद नहीं थे बल्कि अचानक पहुंचे. कश्मीर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी के मामले में भारतीय पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें मुंह छिपाने पर बाध्य कर दिया.

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पीएम मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी पर बिफरे भारतीय पत्रकार
कुरैशी ने जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी की तो भारतीय पत्रकार बरखा दत्त ने उन्हें तुरंत करारा जवाब दिया. बरखा ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है. उन्होंने ट्वीट में एक वीडियो शेयर किया जिसके शुरू में दिख रहा है कि कुरैशी कह रहे हैं कि 'भारतीय प्रधानमंत्री मोदी की कट्टरता और छोटी मानसिकता ने करतारपुर की भावना पर आघात पहुंचाया है.' बरखा ने ट्वीट में कहा कि इस पर उन्होंने कुरैशी से कहा कि वह भारतीय प्रधानमंत्री का अपमान कर रहे हैं और ऐसा कर वह वहां मौजूद भारतीय प्रतिनिधिमंडल का अपमान कर रहे हैं. इस पर कुरैशी ने कहा, "नहीं, नहीं, बिलकुल नहीं, मैं आपका स्वागत कर रहा हूं."

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कश्मीर को मुद्दा बनाने पर बुरी तरह से घिरे
बरखा ने लिखा, "कश्मीर पर बात करने के बाद कुरैशी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निजी स्तर पर प्रहार किए. जब मैंने उन्हें जवाब देने के लिए बाध्य किया कि आखिर करतारपुर पर कश्मीर की छाया क्यों है. मैंने उनसे कहा कि करतारपुर (गलियारा) संभव नहीं होता, अगर मोदी का इसमें सहयोग नहीं रहा होता, तो फिर यह निजी हमला क्यों?" बरखा ने यह बात एक से अधिक बार दोहराई जिस पर कुरैशी ने उनसे कहा कि उन्होंने कोई निजी अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है, वह सिर्फ भारतीय प्रधानमंत्री के रवैये के बारे में बात कर रहे हैं.

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खालिस्तान समर्थकों को तवज्जो देने पर छिपाया मुंह
अन्य भारतीय पत्रकारों ने पाकिस्तान द्वारा खालिस्तान आंदोलन को बढ़ावा देने के आरोपों पर कुरैशी से सवाल पूछा. एक भारतीय पत्रकार ने वीडियो साझा किया जिसमें वह करतारपुर गलियारे के उद्घाटन पर पाकिस्तान द्वारा खालिस्तानी तत्वों को बढ़ावा देने के आरोप का जिक्र कर रहे हैं. भारतीय पत्रकार संजीव के त्रिवेदी ने ट्वीट कर कहा, "करतारपुर कवरेज यात्रा को पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा में बदलने की कोशिश विफल रही. लाहौर में विदेश मंत्री अचानक गवर्नर हाउस में भारतीय पत्रकारों के रात्रिभोज में पहुंचते हैं और कश्मीर को लेकर भारत पर प्रहार करते हैं. जब मैंने इस पर विरोध दर्ज कराया तो देखिए कि कैसे सत्तारूढ़ दल के हॉक अपना आपा खो बैठे."