logo-image

Free Visa: बिना वीजा के श्रीलंका में घूमने का मौका, इन छह देशों के लिए यहां की कैबिनेट का बड़ा ऐलान 

Free Visa: कैबिनेट ने भारत, चीन, रूस, मलेशिया, जापान, इंडोनेशिश और थाईलैंड के यात्रियों के लिए तत्काल प्रभाव से मुफ्त प्रवेश की इजाजत दे दी है.

Updated on: 24 Oct 2023, 05:23 PM

highlights

  • इन देशों के पर्यटकों को बिना किसी शुल्क के वीजा मिल सकेगा
  • धमाकों के बाद से श्रीलंका में पर्यटकों की कमी थी
  • 11 भारतीयों समेत 270 लोगों की मौत हो गई थी

नई दिल्ली:

Free Visa: श्रीलंकाई कैबिनेट ने कर्ज में फंसे द्वीप राष्ट्र में पर्यटन क्षेत्र को दोबारा उभारने ने लिए बड़ा ऐलान किया है. इसके पुनर्निर्माण के लिए मुफ्त पर्यटक वीजा जारी करने की नीति को मंजूर कर दिया है. विदेश मंत्री अली साबरी ने मंगलवार को यह ऐलान किया. उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि इसे 31 मार्च, 2024 तक प्रायोगिक परियोजना के तहत लागू किया जाएगा. कैबिनेट ने भारत, चीन, रूस, मलेशिया, जापान, इंडोनेशिश और थाईलैंड के यात्रियों के लिए तत्काल प्रभाव से मुफ्त प्रवेश की इजाजत दे दी है. इन देशों के पर्यटकों को बिना किसी शुल्क के वीजा मिल सकेगा. 

साल 2019 में ईस्टर के मौके पर हुए बम धमाकों के बाद से श्रीलंका में पर्यटकों की कमी देखने को मिल रही थी. इस धमाके में 11 भारतीयों समेत 270 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं 500 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. मंत्री के अनुसार, पायलट प्रोजेक्ट जो आरंभ हुआ है इसे अब 31 मार्च, 2024 तक बढ़ा दिया जाएगा. इससे पहले मार्च में, श्रीलंकाई विदेश मंत्री अली साबरी ने कहा था  कि भारत के साथ उनके देश के रिश्ते हमारी विदेश नीति में सबसे अहम रहे हैं.

ये भी पढ़ें: Israel Hamas War: हमास की हैवानियत सामने आई, लड़ाकों ने कबूला हर इजरायली की हत्या पर रखा था इनाम 

इन देशों के यात्री अब श्रीलंका के लिए बिना किसी शुल्क के वीजा प्राप्त कर सकते हैं. यह एक अहम बदलाव होगा. भारत का ऐतिहासिक रूप से श्रीलंका से संबंध रहा है. इस कारण सबसे अधिक पयर्टक  भारत से ही यहां पर घूमने आते हैं. एक आंकड़े के अनुसार, सितंबर के आंकड़ों में भारत 30 हजार से ज्यादा आगमन के साथ सबसे आगे रहा है. ये करीब 26 प्रतिशत है. वहीं चीनी पर्यटक का 8 हजार से अधिक का आगमन रहा है. यह दूसरे बड़े समूह में से एक है. 

श्रीलंका ऐसा देश है जो 1948 में ब्रिटेन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से गंभीर आर्थिक हालात से जूझ रहा है. इस समय राष्ट्रपति राजपक्षे के इस्तीफे की मांग हो रही है. इसे लेकर विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है.