logo-image

ज्वालामुखी स्फोट के बाद हवाई में आपातकाल घोषित, करीब 1,700 लोग इलाका छोड़ने को मजबूर

दुनिया के एक सबसे सक्रिय ज्वालामुखी किलाएवा में हवाई के सबसे बड़े द्वीप के आवासीय क्षेत्र के पास स्फोट होने से क्षेत्र के करीब 1,700 लोगों को इलाके को छोड़कर जाने को मजबूर होना पड़ा है।

Updated on: 04 May 2018, 07:27 PM

होनोलूलू:

दुनिया के एक सबसे सक्रिय ज्वालामुखी किलाएवा में हवाई के सबसे बड़े द्वीप के आवासीय क्षेत्र के पास स्फोट होने से क्षेत्र के करीब 1,700 लोगों को इलाके को छोड़कर जाने को मजबूर होना पड़ा है।

अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को ज्वालामुखी स्फोट से लीलानी एस्टेट प्रभावित हुआ है और हवाई काउंटी सिविल डिफेंस ने निवासियों व साथ ही साथ लानीपुना गार्डेंस के लोगों से स्थानीय समुदायिक केंद्र में शरण लेने को कहा है।

एक निवासी ने कहा कि सड़क पर लावा पूरी तरह से फैला था और उन्हें सल्फर व जले पेड़ों की गंध आ रही थी।

हवाई के गवर्नर डेविड इगे ने कहा कि उन्होंने हजारों लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए नेशनल गार्ड के सैन्य संरक्षकों को सक्रिय किया है।

उन्होंने ट्वीट किया, 'मैं लीलानी एस्टेट व आसपास के इलाकों के निवासियों से निर्देशों का पालन करने का आग्रह करता हूं कृपया सतर्क रहें और अपने परिवारों को सुरक्षित करने की तैयारी करें।'

सीएनएन ने गवर्नर की प्रवक्ता सिंडे मैकमिलन के हवाले से कहा, 'लीलानी एस्टेट इलाके से करीब 17,00 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश है।'

बीते कुछ दिनों से भूकंप के कई झटकों के बाद ज्वालामुखी स्फोट हुआ है। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण का कहना है कि सबसे गंभीर भूकंप के झटके की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर पांच मापी गई।

एजेंसी ने कहा कि यह झटका गुरुवार सुबह आया और महज आधा घंटे के भीतर दो अन्य भूकंप के झटकों ने इलाके को हिला कर रख दिया। इनकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 2.5 व 2.7 मापी गई।

और पढ़ेंः UNESCO की प्रेस स्वतंत्रता पर जारी रिपोर्ट में लिखा कश्मीर+भारत, उठे सवाल