ब्रिटिश गायिका एली बनी संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सद्भावना राजदूत
ब्रिटिश गायिका व गीतकार एली गौल्डिंग संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण की वैश्विक सद्भावना राजदूत बनी।
नैरोबी:
जलवायु परिवर्तन और जीव-प्रजातियों की रक्षा के लिए धरती पर हवा और समुद्र को परिशुद्ध करके मानव और जानवरों के जीवन को बचाने की मुहिम में शामिल ब्रिटिश गायिका व गीतकार एली गौल्डिंग संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण की वैश्विक सद्भावना राजदूत हैं।
एली के हवाले से एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण की वैश्विक सद्भावना राजदूत बनना बड़े गौरव की बात है।
उन्होंने कहा, "हां, हम भारी वैश्विक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, लेकिन हम महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाले कदम भी उठा रहे हैं और उनसे हमें प्रेरित होने की जरूरत है।"
केन्या में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण मुख्यालय नैरोबी के उपनगरीय जिराफ मनोर में जिराफों से घिरी 30 वर्षीय एली ने शनिवार को अपनी नई जिम्मेदारी संभाली।
उसके बाद पर्यावास की क्षति के कारण जीव-जंतुओं को होने वाले खतरों के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल करने और रसोई बनाने की परंपरागत विधि, जो निम्न आय वाले देशों में हर साल लाखों की मौत के लिए जिम्मेदार है, देखने के लिए वह मशहूर मसाई मारा अभ्यारण्य गईं।
उन्होंने कहा, "उज्जवल भविष्य को लेकर प्रतिबद्ध युवाओं की गतिविधियां बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। मैं चाहती हूं कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस ग्रह के रक्षक हों।"
एली ने बताया कि वह दमा से पीड़ित हैं और इसलिए उन्हें मालूम है कि ठीक से सांस नहीं ले पाने का अनुभव विकराल होता है।
दुनियाभर के नगरों में रहने वाले लाखों लोगों को कार और कारखानों के कारण प्रदूषित वायु की वजह से ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। गांवों में तीन अरब लोग बगैर उचित वेंटिलेशन (वायुसंचार) के आग जलाकर रसोई पकाते हैं और अपने घरों को गर्म रखते हैं।
इस तरह दूषित हवा से धीरे-धीरे लोग मर रहे हैं। आमतौर पर घर के भीतर रसोई पकाने से महिलाएं और बच्चों की मौत होती है।
वह पहली बार मसाई गांव में इस स्थिति से रूबरू हुईं, जहां उन्होंने सभी झोपड़ियों में क्लीन कूकस्टोव प्रदान किया।
एली ने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण के साथ काम करके लोगों को इस संकट के समाधान के लिए प्रेरित करते हुए वायु को स्वच्छ बनाने की दिशा में हरसंभव कोशिश करेगी।
इसे भी पढ़ें: हुक्का बार पर प्रतिबंध को धुएं में उड़ा रहे हैं युवा
दुनियाभर में होनेवाली प्रत्येक चार मौत में से लगभग एक मौत या साल में 1.26 करोड़ मौतें पर्यावरण क्षरण के कारण होती हैं। खासतौर से वायु प्रदूषण सबसे खतरनाक है और इससे सालाना 65 लाख लोगों की मौत हो जाती है।
नैरोबी में चार दिसंबर से शुरू होने जा रही संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा, जिसमें एली शामिल होंगी, में वायु गुणत्ता की खराब स्थिति और सभी प्रकार के प्रदूषण को एजेंडा में प्रमुखता से शामिल किया गया है।
इस मौके पर यहां दो हजार से ज्यादा राष्ट्राध्यक्ष, मंत्री, व्यवसाय जगत के अगुवा, संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधि हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: क्या दिल्ली की इन जगहों पर घूमे हैं आप, जहां जुड़ा है इतिहास
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
-
Arti Singh Wedding: आरती की शादी में पहुंचे गोविंदा, मामा के आने पर भावुक हुए कृष्णा अभिषेक, कही ये बातें
-
Lok Sabha Election 2024: एक्ट्रेस नेहा शर्मा ने बिहार में दिया अपना मतदान, पिता के लिए जनता से मांगा वोट
धर्म-कर्म
-
Vaishakh month 2024 Festivals: शुरू हो गया है वैशाख माह 2024, जानें मई के महीने में आने वाले व्रत त्योहार
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया पर बनेगा गजकेसरी योग, देवी लक्ष्मी इन राशियों पर बरसाएंगी अपनी कृपा
-
Pseudoscience: आभा पढ़ने की विद्या क्या है, देखते ही बता देते हैं उसका अच्छा और बुरा वक्त
-
Eye Twitching: अगर आंख का ये हिस्सा फड़क रहा है तो जरूर मिलेगा आर्थिक लाभ