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ये हैं भारत के 10 प्रसिद्ध हनुमान मंदिर, जानें क्या है इतिहास और मान्यता

10 Hanuman Temple: चिरिंजीव भगवान की लीला किसी भी सनातन धर्म को मानने वालों से नहीं छिपी है. आपको बता दें कि हनुमान भगवान शिव के बाद सबसे ज्यादा मान्यता वाले भगवान हैं.

Updated on: 09 Jan 2024, 11:54 AM

highlights

  • दुनिया में हनुमान जी को माना जाता है चिरिंजीव भगवान
  • भगवान शंकर के बाद सबसे ज्यादा है हनुमान जी के भक्त
  • देश इन 10 मंदिरों की है मान्यता, रोजाना करोड़ों लोग करते हैं दर्शन

नई दिल्ली :

10 Hanuman Temple: चिरिंजीव भगवान की लीला किसी भी सनातन धर्म को मानने वालों से नहीं छिपी है. आपको बता दें कि हनुमान भगवान  शिव के बाद सबसे ज्यादा मान्यता वाले भगवान हैं. माता सीता को मुक्त कराने में भी हनुमान जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. साथ ही भगवान हनुमान को जीआई टैग भी मिल चुका है. इसलिए उनकी चर्चा दिनों दिन बढ़ती जा रही है. यहां हम आपको बताने वाले हैं भारत में भगवान हनुमान जी के 10 प्रशिद्ध मंदिरों के बारे में. जिनकी मान्यता व महिमा देख आप भी हैरान रह जाएंगे..  

श्री हनुमान मंदिर, दिल्ली: यह मंदिर दिल्ली के कॉनॉट प्लेस पर स्थित है, और भगवान हनुमान को समर्पित है. इसमें एक ऊँची ताक पर हनुमान जी की मूर्ति स्थित है. यहां हनुमान जी को 'बाल भैरव' के रूप में पूजा जाता है, और इसे दिल्लीवालों के बीच में बहुत लोकप्रिय माना जाता है. सप्ताह के हर मंगलवार को यहां भयंकर भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है. उसी के पास प्रसाद आदि की दुकाने व अन्य हनुमान जी के श्रंगार आदि से जड़ी दुकानें है. 

श्री हनुमानजी मंदिर,अलवर:  यह मंदिर राजस्थान के आलवर जिले में स्थित है और इसका निर्माण महाराजा मनसिंह ने कराया था. इसे 'महाबलीपुर बालाजी' के नाम से भी जाना जाता है और यहां भक्तों की भीड़ बहुत ज्यादा होती है.इसके बाद नंबर आता है वाराणसी के संत तुलसीदास द्वारा बनवाए गए हनुमान मंदिर की.यह भगवान हनुमान के पवित्र चरणों को समर्पित है. यहां हर साल हनुमान जन्मोत्सव के दौरान बड़े धूमधाम से मनाया जाता है.

श्री हनुमान मंदिर, रामपुर: रामपुर, उत्तर प्रदेश में स्थित इस मंदिर का निर्माण स्व. राजा सिम्भादेव ने कराया था. इस मंदिर में भगवान हनुमान को रामपुर के कुलदेवता के रूप में पूजा जाता है. इसके बाद अयोध्या का हनुमान मंदिर की प्रसिद्धि किसी से छिपी नहीं है. उत्तर प्रदेश में स्थित है और इसे महाराज भगवददत्ता ने बनवाया था.यहां हनुमान जी को 'संकटमोचन' के रूप में पूजा जाता है और यह स्थान आयोध्या के तीन प्रमुख मंदिरों में से एक है.

हनुमान धाम, रांची: रांची, झारखंड में स्थित इस मंदिर का निर्माण स्व. बलराम दास जी ने कराया था.यह मंदिर हनुमान जी को 'पावनपुत्र' के नाम से पूजता है और भक्तों के बीच में बहुत लोकप्रिय है. इसके बाद नाम आता है राजस्थान के चुरू जिले में स्थित  हनुमान मंदिर की. इसे राजा अभयसिंह ने बनवाया था.इस मंदिर में एक विशाल हनुमान जी की मूर्ति स्थित है और यहां हर साल हनुमान जयंती के दौरान भक्तों की भीड़ उमड़ती है. खजुराहो, मध्य प्रदेश में स्थित इस मंदिर का निर्माण चंदेल राजा यशोवर्द्धन ने कराया था.  हनुमान जी को 'वीर रघुनाथ' के रूप में पूजा जाता है और यहां के महोत्सवों में लोग बड़े श्रद्धाभाव से भाग लेते हैं.

हनुमान मंदिर, उत्तराखंड: यह मंदिर उत्तराखंड के रिशिकेश में स्थित है. इसे स्वामी विवेकानंद ने बनवाया था. इस मंदिर में हनुमान जी को 'प्रेमबुद्धि' के रूप में पूजा जाता है और यह स्थान रिशिकेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है.बांग्लादेश के धाका शहर में स्थित इस मंदिर का निर्माण महाराजा नवल सिंह ने करवाया था।
मान्यता: यहां हनुमान जी को 'आदित्यवर्ण' के रूप में पूजा जाता है और इसका स्थानीय बांग्लादेशी समुदाय में बहुत लोकप्रिय है.