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Petrol-Diesel: अब नहीं सताएगी महंगे पेट्रोल-डीजल की चिंता, सिर्फ 14 रुपए लीटर में दौड़ेगी गाड़ी

Petrol-Diesel Dependency: बहुत जल्द महंगे पेट्रोल-डीजल से लोगों को छुटकारा मिलने वाला है. क्योंकि सरकार ग्रीन हाईड्रोजन के वाहनों को बढ़ावा देने के लिए अहम नियम बनाने वाली है. इलेक्ट्रिक के बाद अब ग्रीन हाईड्रोजन को लेकर सरकार सीरियस हो गई है. ताकि

Updated on: 22 May 2023, 02:14 PM

highlights

  • ग्रीन हाईड्रोजन चलित गाड़ियों पर दिया जा रहा जोर, पेट्रोल की निर्भरता होगी कम 
  • सिर्फ 12 से 14 रुपए प्रति लीटर में मिलेगा ग्रीन हाईड्रोजन 
  • केन्द्रीय मंत्री नितिल गडकरी कई कार्यक्रमों में समझा चुके हैं गणित 

नई दिल्ली :

Petrol-Diesel Dependency: बहुत जल्द महंगे पेट्रोल-डीजल से लोगों को छुटकारा मिलने वाला है.  क्योंकि सरकार ग्रीन हाईड्रोजन के वाहनों को बढ़ावा देने के  लिए अहम नियम बनाने वाली है. इलेक्ट्रिक के बाद अब ग्रीन हाईड्रोजन को लेकर सरकार सीरियस हो गई है. ताकि लोगों को महंगे पेट्रोल-डीजल से छुटकारा मिल सके.  पिछले साल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ग्रीन हाईड्रोजल चलित कार से संसद पहुंचे थे. उन्होनें उसी समय कहा था आगामी समय ग्रीन हाईड्रोजन का ही रहने वाला है. हालांकि कब तक मार्केट में आम लोगों के लिए ग्रीन हाईड्रोजन की कार उपलब्ध होगी इसकी आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं हुई है... 

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कार निर्माता कंपनीज से चल रही बात 
बताया जा रहा  है कि परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की कार निर्माता कंपनीज से बात चल रही है. बताया जा रहा है कि जैसे ही हाईड्रोजन चलित कार मार्केट में आएगी. पेट्रोल-डीजल की निर्भरता 20 प्रतिशत तक घट जाएगी.  वहीं एक्सपर्ट का मानना है कि ग्रीन हाई़ड्रोजन से जो कार चलेगी उसका खर्च बहुत ही कम होगा. हालांकि सूत्रों का तो यहां तक दावा है कि हाईड्रोजन चलित वाहनों पर सरकार सब्सिडी की घोषणा भी कर सकती है. हालांकि अभी तक इसको लेकर सरकार की और से आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.. 

भविष्य का ईंधन 
दरअसल, केन्द्रीय परिवहन मंत्री कई कार्यक्रमों में संकेत दे चुके हैं कि ग्रीन हाईड्रोजन भविष्य का ईंधन है. यही नहीं उन्होनें फ्लेक्स ईंधन को लेकर कार निर्माता कंपनीज से बात करने की सूचना आई थी. क्योंकि सरकार हर हालत में पेट्रोल-डीजल की डिंपेंडेंसी कम करना चाहती है. क्योंकि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें जहां आम आदमी के लिए घातक सिद्द हो रही हैं. वहीं सरकार का भी एक मोटा अमाउंट पेट्रोल-डीजल खरीदकर इंपोर्ट करने में जा रहा है..