logo-image
लोकसभा चुनाव

Indian Railways:अब ट्रेन में मिलेगा मनपसंद खाना, रेलवे ने बनाया अहम प्लान

IRCTC: अगर आप भी ट्रेन से कहीं न कहीं सफर करते रहते हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की है. क्योंकि रेलवे ने खानपान को बढ़ावा देने के लिए स्विगी से समझौता किया है.

Updated on: 23 Feb 2024, 11:07 AM

highlights

  • रेलवे ने किया स्विगी से समझौता, शुरुआत में कुछ स्टेशन पर सुविधा हुई शुरू
  • सफलता के बाद दिया जाएगा स्कीम को विस्तार
  • बेंगलुरु,भुवनेश्वर,विजयवाड़ा और विशाखापत्तनम स्टेशन पर हुई शुरू 

नई दिल्ली :

IRCTC: अगर आप भी ट्रेन से कहीं न कहीं सफर करते रहते हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की है. क्योंकि रेलवे ने खानपान को बढ़ावा देने के लिए स्विगी से समझौता किया है. जिसके बाद आपको देश के कुछ रेलवे स्टेशन पर मनपसंद खाना खाने का मौका मिलेगा. आपको बता दें कि शुरूआत में देश के सिर्फ 4 स्टेशन पर ही सुविधा का लाभ मिलेगा. बाद में सुविधा को विस्तार दिया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, बेंगलुरु,भुवनेश्वर,विजयवाड़ा और विशाखापत्तनम रेलवे स्टेशनों पर प्री-ऑर्डर मील की डिलिवरी की सुविधा जल्द शुरू की जाएगी.  फूड डिलवरी प्लेटफॉर्म स्विगी फूड्स की पेरेंट कंपनी बंडल टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड से समझौता किया गया है.. 

यह भी पढ़ें : PM Kisan yojna: इंतजार खत्म, सिर्फ 6 दिन बाद खाते में जमा होंगे 2000 रुपए

ये है खाना आर्डर करने का तरीका
सबसे पहले यात्री को आईआरसीटीसी ई-कैटरिंग पोर्टल पर अपना पीएनआर दर्ज करना होगा. इसके बाद आपको एक आउटलेट चुनना होगा. इसके बाद मेन्यू में अपनी पसंद का खाना चुनें और ऑनलाइन भुगतान या कैश ऑन डिलीवरी ऑर्डर शेड्यूल करें. इसके बाद खाना आपकी सीट पर पहुंचाया जाएगा. इससे पहले आईआरसीटीसी ने जोमेटो से भी करार किया था. ताकि यात्रियों को स्वादिष्ट खाना मिल सके.. भारतीय रेलवे की खानपान शाखा अपने ग्राहकों के लिए भोजन के बेहतर विकल्प उपलब्ध कराने के लिए बड़ी संख्या में रेलवे स्टेशनों पर अपनी सेवाओं का विस्तार करने के लिए साझेदारी और गठजोड़ का विकल्प चुन रहा है.

स्विगी का बढ़ेगा व्यापार
जानकारी के मुताबिक फिलहाल आईआरसीटीसी ने स्विगी से करार किया है. बताया जा रहा है कि इस साल स्विगी शेयर मार्केट में हाथ आजमाने को तैयार है. बिजनेस एक्सपर्ट का मानना है कि रेलवे के साथ करार से स्विगी को काफी फायदा होने वाला है. फूड डिलीवरी ऐप जल्द ही अपने आईपीओ के लिए सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल कर सकात है। कंपनी की नजर 11 अरब डॉलर के आईपीओ मूल्यांकन पर है. बताया जा रहा है कि यदि प्लानिंग सफल होती है तो देश के अन्य रेलवे स्टेशन को भी सुविधा से जोड़ा जाएगा.