FD vs Small Cap: एफडी या स्मॉल कैप इन्वेस्टमेंट, किस्में इन्वेस्ट करने से मिलेगा लाभ ?
FD vs Small Cap: यह आपके निवेश लक्ष्यों, जोखिम सहनशीलता और समय सीमा पर निर्भर करता है कि आप एफडी में निवेश करना चाहते हैं या स्मॉल कैप निवेश में.
नई दिल्ली :
FD vs Small Cap: यह आपके निवेश लक्ष्यों, जोखिम सहनशीलता और समय क्षितिज पर निर्भर करता है कि आप एफडी में इंवेस्ट करना चाहते हैं या फिर स्मॉल कैप इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं. निवेश वह प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति अपनी धनराशि को किसी निश्चित उद्योग या धन व्यवस्था में लगाता है ताकि उसकी धनराशि में वृद्धि हो सके. यह एक विचारशील और समय-समय पर लाभप्रद प्रक्रिया होती है जिसमें व्यक्ति अपनी धनराशि को विभिन्न वित्तीय संस्थानों, शेयर बाजार, बैंक, निवेश कंपनियों आदि में लगाता है. निवेश का मुख्य उद्देश्य होता है संपत्ति की वृद्धि करना, आर्थिक सुरक्षा प्राप्त करना और आय की स्थिरता बनाए रखना. यह एक बड़ा और महत्वपूर्ण कार्य है जो व्यक्ति के भविष्य की आर्थिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने में मदद करता है.
एफडी (फिक्स्ड डिपॉजिट):
लाभ: एफडी में निवेश पर गारंटीड रिटर्न मिलता है. यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है. इसमें जोखिम कम होता है. यह एक लिक्विड निवेश विकल्प है, यानी आप अपनी जरूरत के अनुसार इसे तोड़ सकते हैं. मान लीजिए आप ₹1 लाख का एफडी 5 साल के लिए 7% ब्याज दर पर करते हैं. 5 साल बाद आपको ₹1,36,000 मिलेगा.
नुकसान: एफडी में रिटर्न कम होता है. मुद्रास्फीति का जोखिम रहता है. मुद्रास्फीति के कारण एफडी में रिटर्न वास्तविक रूप से कम हो सकती है. एफडी पर ब्याज पर कर लगता है.
स्मॉल कैप इन्वेस्टमेंट:
लाभ: स्मॉल कैप इन्वेस्टमेंट में उच्च रिटर्न की संभावना होती है. स्मॉल कैप कंपनियों में विकास की संभावना अधिक होती है. यह आपके निवेश पोर्टफोलियो में विविधता लाने का एक अच्छा तरीका है. मान लीजिए आप ₹1 लाख का निवेश स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड में करते हैं. 5 साल बाद आपको ₹2 लाख या उससे अधिक मिल सकता है.
नुकसान: अधिक जोखिम है. स्मॉल कैप इन्वेस्टमेंट में जोखिम अधिक होता है. स्मॉल कैप कंपनियों के शेयरों में अस्थिरता अधिक होती है. कुछ स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड में लॉक-इन अवधि होती है.
कौन सा बेहतर है:
अगर आप सुरक्षित निवेश चाहते हैं और गारंटीड रिटर्न चाहते हैं, तो एफडी आपके लिए बेहतर विकल्प है. आप उच्च रिटर्न की संभावना चाहते हैं और जोखिम उठाने को तैयार हैं, तो स्मॉल कैप इन्वेस्टमेंट आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है. यह सलाह दी जाती है कि आप किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले वित्तीय सलाहकार से सलाह लें.
अपने निवेश लक्ष्यों को निर्धारित करें: आप निवेश क्यों कर रहे हैं? आप कितने समय के लिए निवेश कर रहे हैं?
अपनी जोखिम सहनशीलता का आकलन करें: आप कितना जोखिम उठाने को तैयार हैं?
अपने समय क्षितिज को निर्धारित करें: आप कब तक निवेश करना चाहते हैं?
अपने निवेश पोर्टफोलियो में विविधता लाएं: सभी अंडे एक टोकरी में न रखें.
नियमित रूप से अपने निवेश की समीक्षा करें: अपने निवेश की निगरानी करें और आवश्यकतानुसार समायोजन करें.
यह भी ध्यान रखें कि एफडी और स्मॉल कैप इन्वेस्टमेंट दोनों में ही कुछ जोखिम होता है. कोई भी निवेश निश्चित नहीं है और आपको हमेशा पैसे खोने का खतरा होता है. निवेश करने से पहले अपना शोध करना और समझना महत्वपूर्ण है कि आप क्या कर रहे हैं. यह आप पर निर्भर करता है कि आप अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के आधार पर एफडी और स्मॉल कैप इन्वेस्टमेंट के बीच चयन करें
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