logo-image

UP: स्कूली बच्चों के लिए योगी सरकार का बड़ा फैसला, इस जगह पर अनिवार्य किया गया CCTV कैमरा

UP: उत्तर प्रदेश में स्कूली बच्चों को लेकर योगी सरकार ने लिया बड़ा फैसला, जानें अभिभावकों को क्या होगा फायदा

Updated on: 02 Jan 2024, 12:30 PM

New Delhi:

UP: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार लगातार अपने फैसलों से जनता का दिल जीत रही है. फिर चाहे वो बुलडोजर हो या फिर अपराधियों पर नकेल कसने वाले कदम. यही नहीं महिलाओं से लेकर बच्चों तक हर वर्ग के लिए योगी सरकार अपने स्तर पर जरूरी पहल कर रही है. इसी कड़ी में अब स्कूली बच्चों को लेकर एक बार फिर योगी सरकार का बड़ा फैसला सामने आया है. दरअसल स्कूली बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी स्कूली बसों में सीसीटीवी कैमरा अनिवार्य करने को कहा है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला. 

क्या है सीएम योगी का आदेश
स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक्शन मोड में नजर आ रही है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसको लेकर एक बड़ा फैसला भी लिया है. प्रमुख सचिव परिवहन लक्को वेंकटेश्वरलू की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, यूपी के मोटर वाहन नियम 1998 के नियम 222 के तहत प्रदेश के सभी स्कूल बसों और वैन में सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य कर दिए गए हैं. यानी अब स्कूल बसों में सीसीटीवी कैमरा लगा होने का प्रावधान प्रदेश के कानून में भी शामिल हो गया है. 

यह भी पढ़ें - Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर के लिए शुरु हुआ 'अक्षत' निमंत्रण, चंपत राय ने अयोध्यावासियों को दिया न्योता

CCTV कैमरा लगाने के लिए 3 महीने का वक्त
परिवहन विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, प्रमुख सचिव ने इसको लेकर आदेश जारी कर दिया है. निर्देश के तहत सीसीटीवी लगवाने के लिए सभी स्कूलों को या बस मालिकों को 3 महीने का वक्त भी दिया गया है.

स्कूल बसों को लेकर ये भी है कानून में खास
स्कूल बसों को लेकर पहले ही कानून में विशेष प्रावधान किए गए हैं. इसके तहत 
- हर स्कूल बस या वैन को पीले रंग में ही रंगा होना चाहिए.
-  स्कूल बस शब्द का इस्तेमाल भी बस या वैन के अगले हिस्से में बड़े अक्षरों में किया जाना चाहिए. 
- व्हीकल्स में प्रेशर हॉर्न या मल्टी-टोन हॉर्न नहीं लगे हों.
- आपात हालातों को लेकर वाहनों में अलार्म या घंटी या फिर सायरन लगे होने चाहिए
- व्हीकल्स में फायर एक्सटेंशन, जीपीएस ट्रैकिंग भी होना चाहिए. 

स्कूल और अभिभावक दोनों को मिलेगी मदद
कई बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल और अभिभावकों के बीच मतभेद देखने को मिलते हैं. लेकिन स्कूल बसों में भी सीसीटीव कैमरे लगे होने से इस मतभेद को भी दूर किया जा सकेगा. बच्चे बसों में किस स्थिति में है या फिर कहां उतरा आदि सवालों के जवाब भी अभिभावक और स्कूल प्रबंधन के पास होंगे.