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जुमे की नमाज से उलेमा ने जारी की एडवाइजरी, सिर्फ नमाज के लिए करें मस्जिद का इस्तेमाल 

पैगम्बर मुहम्मद साहब के खिलाफ विवादित बयान के बाद देशभर में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच इस्लामिक संस्थानों और उलेमा ने समुदाय के सदस्यों से आज जुमे की नमाज के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की है.

Updated on: 17 Jun 2022, 12:46 PM

highlights

  • उलेमा ने जुमे को लेकर जारी की विशेष एडवाइजरी
  • लोगों से की शांति और सद्भावना बनाए रखने की अपील
  • विरोध-प्रदर्शन और नारेबाजी से दूर रहने को कहा

लखनऊ:

पैगम्बर मुहम्मद साहब के खिलाफ विवादित बयान के बाद देशभर में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच इस्लामिक संस्थानों और उलेमा ने समुदाय के सदस्यों से आज जुमे की नमाज के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की है. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया (आईसीआई) ने छह सूत्रीय एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में कहा गया है कि मस्जिदें नमाज अदा करने के लिए होती हैं और इनका इस्तेमाल नमाज अदा करने के लिए किया जाना चाहिए. इसके साथ ही इसमें कहा गया है कि जुमे की नमाज से पहले या बाद में कोई नारेबाजी, विरोध और प्रदर्शन नहीं होना चाहिए. 

नमाज अदा कर चुपचाप चले जाएं-अपने-अपने घर
एडवाइजरी में कहा गया है कि आईसीआई सभी मुसलमानों से अपील करता है कि वे मस्जिद में या उसके बाहर जुमे की नमाज से पहले या बाद में किसी भी तरह के नारेबाजी, विरोध या प्रदर्शन का सहारा न लें. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वालों सहित विभिन्न जिम्मेदार व्यक्तियों और संगठनों ने हाल के मुद्दों को सही मंच पर सही तरीके से उठाया है. इसलिए धैर्य से काम लें. 

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टीवी चैनलों की बहस से भी परहेज करें मुसलमान
आईसीआई के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा है कि चैनलों और समुदाय को व्यक्तिगत रूप से या भीड़ के रूप में इस मुद्दे को उठाने में खुद को शामिल नहीं करना चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा कि मुसलमानों को नमाज के लिए मस्जिद में शांति से इकट्ठा होना चाहिए. समाज में शांति, सांप्रदायिक सद्भाव के लिए विशेष प्रार्थनाएं करनी चाहिए और शांति के साथ मस्जिदों से अपने-अपने घरों को चले जाना चाहिए. वहीं, शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद सहित कई अन्य मौलवियों ने भी समुदाय के सदस्यों से किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन से परहेज करने और जुमे की नमाज अदा करने के बाद अपने घरों को लौटने को कहा है.