देवताओं को भी परास्त करने वाला दशानन मंहगाई से हारा, रावण के पुतले की घटी डिमांड
दशहरा के त्यौहार पर इस बार गोरखपुर में 50 से 60 नहीं बल्कि महज 20 से 30 फीट के रावण के पुतले का दहन होगा
नई दिल्ली:
देश में छाई महंगाई की वजह से अब शहर और गांवों में रामलीलाओं का मंचन काफी कम हो रहा है और इसकी वजह से रावण दहन भी प्रभावित हुआ है. बजट के अभाव में रावण के पुतले का कद भी काफी छोटा कर दिया है. दशहरा के त्यौहार पर इस बार गोरखपुर में 50 से 60 नहीं बल्कि महज 20 से 30 फीट के रावण के पुतले का दहन होगा. इसके साथ ही जहां रावण के एक दर्जन पुतलों की डिमांड हर साल होती थी, वहीं अब यह संख्या घटकर महज दो से तीन रह गई है. गोरखपुर के बेनीगंज मुहल्ले में बीती कई पीढ़ियों से रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण का पुतला बनाने वाले परिवार का कहना है कि उनके यहाँ बनने वाले दशहरे का रावण अपनी ऊंचाई और वजन के लिए जाना जाता था लेकिन सामानों पर छाई मंहगाई की वजह से इस बार वह 20 फीट से लेकर 30 फीट तक के रावण को ही बना रहे हैं. तीन साल पहले तक जहां पर 20 से अधिक जगहों पर रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों के लिए डिमांड आया करता था.
इस बार महज 3 जगहों से सिर्फ रावण के ही पुतले की डिमांड आई है. इनका कहना है कि इन पुतलों से उनकी लागत भी नही निकलती है लेकिन परम्परा निर्वाह के लिए उनके परिवार के कई लोग इस काम मे जुटे रहते हैं. रावण को बनाने वाले लोगों का कहना है कि पहले जहां 10 हजार में 50 से 55 फुट तक का रावण तैयार हो जाता था. वहीं अब इतने रुपये में महज 25 से 30 फीट तक का ही रावण बन पा रहा है. कई जगह रामलीला में अब रावण दहन के लिए पुवाल से पुतला बनाकर उसमें पटाखे लगाकर रावण दहन का कोरम पूरा कर लिया जाता है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
-
SRH vs LSG : हेड-अभिषेक का तूफान, हैदराबाद ने 9.4 ओवर में चेज किया 166 का लक्ष्य, लखनऊ को 10 विकेट से रौंदा
-
SRH vs LSG Dream11 Prediction: हैदराबाद और लखनऊ के मैच में ये हो सकती है बेस्ट ड्रीम11 टीम, इसे चुनें कप्तान
-
DC vs RR : कुलदीप-मुकेश कुमार की घातक गेंदबाजी, दिल्ली ने राजस्थान को 20 रनों से हराया
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: क्यों खास है इस वर्ष अक्षय तृतीया? ये है बड़ा कारण
-
Amavasya Ke Totke: दुश्मनों से हैं परेशान या कोई फैला रहा है नेगेटिव एनर्जी, तो आज रात करें ये उपाय
-
Chanakya Niti: चाणक्य के अनुसार क्या है मनुष्य का असली धर्म, यहां जानिए
-
Rajarajeshwar Temple: राजराजेश्वर मंदिर की क्या है खासियत जहां पीएम मोदी ने टेका माथा