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राजस्थान: किसान की आत्महत्या पर बोले पायलट- किसान पर नहीं था कोई कर्ज

मृतक किसान ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि विधानसभा चुनाव में किसानों की कर्जमाफी का वादा किया लेकिन निभाया नहीं. मेरी लाश तब तक नहीं उठाना जब तक सभी किसानों का कर्जामाफ न कर दे.

Updated on: 25 Jun 2019, 03:18 PM

highlights

  • किसान की खुदकुशी पर सचिन पायलट ने दिया बयान
  • कहा- किसान पर कर्ज नहीं था
  • बोले मामले की जांच जारी है

नई दिल्ली:

राजस्थान के गंगानगर के रायसिहं नगर इलाके में एक किसान ने कर्ज से परेशान होकर खुदकुशी कर ली. इस मामले में बवाल तब मचा जब किसान सोहनलाल मेघवाल का सुसाइड नोट सामने आया जिसमे उसने खुदकुशी का जिम्मेदारी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट को ठहराया. वहीं इस मामले में अब सचिन पायलट का बयान भी सामने आया है. सचिन पायलट ने कहा, मामले की जांच जारी है. फिलहाल जो हमे जानकारी मिली है उसके मुताबिक किसान पर कर्ज नहीं था. पायलट ने कहा, राजस्थान सरकार राज्य में किसानों के लिए बेहतर भविष्य हासिल करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.'

बता दें, मेघवाल ने खुदकुशी करने से पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट और सुसाइड नोट भी लिखा था. मृतक किसान ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि विधानसभा चुनाव में किसानों की कर्जमाफी का वादा किया लेकिन निभाया नहीं. मेरी लाश तब तक नहीं उठाना जब तक सभी किसानों का कर्जामाफ न कर दे. 

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बता दें कि सोहनलाल ने अपने ही घर में जहर खा लिया था, जिससके बाद गंभीर हालत में उन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में लाया गया. हालत गंभीर होने पर उसे श्रीगंगानगर रेफर लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया.

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सोहन लाल ने सुसाइड नोट में क्या लिखा?

 किसान ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, 'मैं सोहनलाल कड़ेला आज अपनी जीवनलीला समाप्त करने जा रहा हूं. इसमें किसी का कोई दोष नहीं है. इस मौत के जिम्मेदार गहलोत,सचिन पायलट हैं. उन्होंने वायदा किया था कि हमारी सरकार आई तो दस दिन में आपका कर्जा माफ कर देंगे. अब इनके वादे का क्या हुआ. सभी किसान भाइयों से विनती है कि मेरी लाश तब तक मत उठाना जब तक सभी किसानों का कर्ज माफ ना हो. आज सरकार को झुकाने का वक्त आ गया है. अब इनका मतलब निकल गया है. सभी भाइयों से विनम्र निवेदन है कि सब किसान भाइयों के लिए मरने जा रहा हूं. सबका भला होना चाहिए किसान की एकता को आज दिखाना है. मेरी मौत का मुकदमा अशोक गहलोत पर कर देना. मेरे गांव ठाकरी के वासियों से भी विनती करता हूं कि गांव में एकता बनाए रखना. मेरा घर मेरा परिवार आप लोगों के भरोसे छोड़ कर जा रहा हूं. मेरे परिवार का ख्याल रखना एक बात और अब की बार सरपंची गांव में रखना. यह विनती है मेरी आपका सोहन लाल कड़ेला.'