logo-image
लोकसभा चुनाव

NCP पर अधिकार मिलते ही क्या बोले अजित पवार? लोकसभा चुनाव से पहले गरमाई सियासत

लोकसभा चुनाव 2024 से ऐन पहले आया चुनाव आयोग का यह फैसला शरद पवार के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है

Updated on: 06 Feb 2024, 08:42 PM

New Delhi:

NCP: महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता और बड़े छत्रप शरद पवार को चुनाव आयोग से बड़ा झटका लगा है. चुनाव आयोग ने उनके भतीजे अजित पवार गुट को असली एनसीपी बताया है. लोकसभा चुनाव 2024 से ऐन पहले आया चुनाव आयोग का यह फैसला शरद पवार के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है. चुनाव आयोग के अनुसार अब अजित पवार को ही एनसीपी का नाम और चुनाव चिन्ह इस्तेमाल करने का अधिकार होगा. चुनाव आयोग के फैसले को लेकर अजित पवार गुट में खुशी का माहौल है. इस बीच NCP प्रमुख और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि चुनाव आयोग ने हमारे वकीलों की दलीलें सुनने के बाद हमारे पक्ष में फैसला सुनाया है। हम इसका विनम्रतापूर्वक स्वागत करते हैं. 

यह खबर भी पढ़ें- शरद पवार को बड़ा झटका, चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को माना असली NCP

चुनाव आयोग के फैसले के साथ ही देश की सियासत एक बार भी गरमा गई है. इसके साथ ही तमाम नेता चुनाव आयोग के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.  NCP के नाम और चुनाव चिह्न के मामले में चुनाव आयोग द्वारा अजीत पवार के पक्ष में फैसला सुनाए जाने पर शिवसेना(UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि मैं बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हूं। एक व्यक्ति जिस पर 70,000 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था...आज वह बीजेपी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है...अजीत पवार महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री हैं...यह संविधान की अनुसूची 10 की भावना के खिलाफ है..."

यह खबर भी पढ़ें- Rajya Sabha Elections 2024: यूपी से बीजेपी के इन नेताओं को राज्यसभा में एंट्री मिलनी तय? 10 सीटों 35 नामों पर मंथन

NCP के नाम और चुनाव चिह्न के मामले में चुनाव आयोग द्वारा अजीत पवार के पक्ष में फैसला सुनाए जाने पर पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि  हम चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हैं... किसी भी राजनीतिक पार्टी के लिए चुनाव चिह्न महत्वपूर्ण होता है... हो सकता है कि कल इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट में चुनौती दी जाए. इसमें हमें कुछ कहना नहीं है... हम चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हैं.

NCP के नाम और चुनाव चिह्न के मामले में चुनाव आयोग द्वारा अजीत पवार के पक्ष में फैसला सुनाए जाने पर शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि पहले चुनाव आयोग ने कहा कि शिवसेना एकनाथ शिंदे की है... अब उन्होंने कहा है कि एनसीपी अजित पवार की है... देश की जानता जानती है कि एनसीपी की स्थापना 1999 में शरद पवार ने की थी... हमें पहले से पता था कि ऐसा होगा... शरद पवार सुप्रीम कोर्ट जाएंगे... इस देश में लोकतंत्र खत्म हो गया है..."

NCP के नाम और चुनाव चिह्न के मामले में चुनाव आयोग द्वारा अजीत पवार के पक्ष में फैसला सुनाए जाने पर एनसीपी-शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि वो तो जाने(उनके पक्ष में) ही वाला था, इसमें कोई नई बात नहीं है...कहा जाता है- घर का भेदी लंका ढाए...हम अभी भी अजीत पवार को दोषी मानते हैं... हम महाराष्ट्र में मजबूत हैं, हमें कोई डर नहीं है, हमारे पास शरद पवार हैं...सुप्रीम कोर्ट जाएंगे..."