logo-image

मध्य प्रदेश में दतिया के प्रभारी मंत्री को हटाने का प्रस्ताव पारित, लगे ऐसे गंभीर आरोप

बैठक में कार्यकर्ताओं ने खुले तौर पर आरोप लगाया कि जिला प्रशासन के अधिकारी पार्टी कार्यकर्ताओं की लगातार उपेक्षा कर रहे हैं.

Updated on: 06 Aug 2019, 11:27 AM

नई दिल्ली:

मध्यप्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में प्रभारी मंत्रियों द्वारा की जा रही उपेक्षा के करण बढ़ते असंतोष के बीच दतिया जिले के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को बैठक की, जिसमें सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर प्रभारी मंत्री डॉ. गोविंद सिंह पर भाजपा कार्यकर्ताओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया और प्रभारी मंत्री को हटाने की मांग की. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, दतिया में सदस्यता अभियान के सिलसिले में बैठक बुलाई गई थी, जिसमें पार्टी की प्रदेश इकाई के महामंत्री और दतिया के संगठन व सदस्यता प्रभारी अशोक चौधरी भी मौजूद थे.

यह भी पढ़ें- Article 370 को हटाने वाले PM मोदी को बीजेपी सांसद ने बताया 'युगपुरुष', उठाई यह बड़ी मांग

बैठक में कार्यकर्ताओं ने खुले तौर पर आरोप लगाया कि जिला प्रशासन के अधिकारी पार्टी कार्यकर्ताओं की लगातार उपेक्षा कर रहे हैं. जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. सिंह एक भी बार पार्टी कार्यालय नहीं पहुंचे. इतना ही नहीं, मंत्री का संरक्षण प्राप्त होने के कारण भाजपा कार्यकर्ताओं के काम प्राथमिकता से हो रहे हैं, जबकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हो रही है. पार्टी कार्यकर्ताओं ने तो यहां तक आरोप लगाया कि प्रभारी मंत्री कांग्रेस नेताओं की तुलना में दतिया से निर्वाचित भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा को ज्यादा महत्व देते हैं.

यह भी पढ़ें- Article 370 और 35A खत्म, अब राम मंदिर पर होगा काम- कैलाश विजयवर्गीय

जिला प्रभारी अशोक चौधरी ने स्वीकार किया कि बैठक में कार्यकर्ताओं ने प्रभारी मंत्री पर उपेक्षा का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह चूंकि पार्टी के भीतर का मामला है, इसलिए इस पर वह ज्यादा कुछ नहीं कह सकते. कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि सदस्यता अभियान पर चर्चा से पहले जिला इकाई के पदाधिकारियों की मौजूदगी में एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें प्रभारी मंत्री को हटाने की मांग की गई. साथ ही तय किया गया कि इन स्थितियों से मुख्यमंत्री कमलनाथ, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया को अवगत कराया जाएगा. 

कांग्रेस कार्यकर्ताओं के असंतोष और बैठक में पारित प्रस्ताव के संदर्भ में प्रभारी मंत्री डॉ. सिंह से संपर्क किया गया, मगर वह उपलब्ध नहीं हुए. दतिया के अलावा राज्य के अन्य जिलों में भी असंतोष के मामले सामने आ रहे हैं. कई जिलों के कार्यकर्ताओं ने संगठन के पदाधिकरियों को शिकायत भेजी है.

यह वीडियो देखें-