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कुमारी शैलजा बनीं हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष, भूपेंद्र हुड्डा को मिली इलेक्शन कमेटी की जिम्मेदारी

यूपीए सरकार में मंत्री रहीं कुमारी शैलजा को बुधवार को हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है.

Updated on: 04 Sep 2019, 05:07 PM

नई दिल्ली:

यूपीए सरकार में मंत्री रहीं कुमारी शैलजा को बुधवार को हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है. साथ ही हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस विधायक दल (CLP) का नेता और स्टेट इलेक्शन कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. बता दें कि हरियाणा में पार्टी के नेताओं का लंबे समय से झगड़ा चल रहा था. प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर और भूपेन्द्र हुड्डा दोनों ही प्रदेश में पार्टी के लिए सरदर्द बने हुए थे. एक समय तो ऐसा भी आया कि हुड्डा समर्थकों ने अशोक तंवर की पिटाई कर दी थी, जिसके बाद अशोक तंवर ने भूपेन्द्र हुड्डा और समर्थकों पर एससी, एसटी एक्ट के तहत मामला भी दर्ज करवाया था.

कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता और राज्य चुनाव समिति का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, मैं पार्टी के निर्णय का सम्मान करता हूं. यह जिम्मेदारी देने के लिए मैं सोनिया गांधी को धन्य

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हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर कुमारी शैलजा ने कहा, यह मेरे कंधों पर एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. हम सभी को मिलकर काम करना होगा. हम पार्टी की विचारधारा के लिए प्रतिबद्ध हैं.

कुमारी शैलजा पार्टी का दलित चेहरा हैं और अंबाला व सिरसा दोनों जगह से लोकसभा की सांसद रही हैं. वह कांग्रेस पार्टी के नेता चौधरी दलवीर सिंह की बेटी हैं उन्हें अब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश में पार्टी की कमान सौंपी गई है. बता दें कि कुमारी शैलजा के पिता चौधरी दलवीर सिंह भी हरियाणा के अध्यक्ष रहे और केंद्र में कई बार मंत्री रहे हैं.

बताया जा रहा है कि कुमारी शैलजा की गांधी परिवार से काफी नजदीकी है. बहुत बार कुमारी शैलजा को सोनिया गांधी के साथ हरियाणा से बाहर भी देखा गया है. कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि सोनिया गांधी के साथ एक महिला नेता हमेशा साथ यात्रा करती हैं पहले वो अम्बिका सोनी थी और अब कुमारी शैलजा हैं.

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सूत्रों का कहना है कि भूपेंद्र हुड्डा की मांग थी कि अशोक तंवर को हटाया जाए और अशोक तंवर चाहते थे कि राज्य की कमान भूपेंद्र हुड्डा को न मिले. ऐसे में एक ऐसे चेहरे की जरूरत थी जो सबको साथ लेकर चल सके. इस पर कांग्रेस ने दोनों नेताओं को दरकिनार कर कुमारी शैलजा को कांग्रेस अध्यक्ष की कमान सौंप दी है.