Assembly Election 2022 : गोवा में TMC बन सकती है कांग्रेस की राह में रोड़ा
गोवा में राज्य की 40 सीटों के लिए एक ही चरण में 14 फरवरी को मतदान कराने का निर्णय किया गया है.
highlights
- गोवा की 40 सीटों के लिए एक ही चरण में 14 फरवरी को मतदान
- बीजेपी गोवा में पिछले 10 सालों से सत्ता में है
- कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए हाथ-पांव मार रही है
नई दिल्ली:
चुनाव आयोग ने शनिवार को 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में 7 चरणों में चुनाव होगा. शुरुआत 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश से होगी. सभी राज्यों के चुनावों के नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे. गोवा की 40 सीटों के लिए एक ही चरण में 14 फरवरी को मतदान कराने का निर्णय किया गया है. चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के लिए गाइडलाइंस निर्धारित की है. इसमें सभी कार्यक्रमों की वीडियोग्राफी कराई जाएगी. राजनीतिक दलों को अपने उम्मीदवारों की आपराधिक रिकॉर्ड की घोषणा करनी होगी. उम्मीदवार को भी आपराधिक इतिहास बताना होगा. चुनाव आयोग ने गोवा में विधानसभा प्रत्याशियों के लिए चुनाव खर्च की सीमा 28 लाख रुपए तय किया है.
चुनाव आयोग ने कहा कि कोरोना के बीच 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में सख्त प्रोटोकॉल का पालन कराया जाएगा. 15 जनवरी तक किसी भी तरह के रोड शो, रैली, पद यात्रा, साइकिल और स्कूटर रैली की इजाजत नहीं होगी. वर्चुअल रैली के जरिए ही चुनाव प्रचार की इजाजत होगी. जीत के बाद किसी तरह के विजय जुलूस भी नहीं निकाला जाएगा.
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मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि देश में 5 राज्यों की 690 विधानसभाओं में चुनाव कराए जाएंगे. 18.34 करोड़ मतदाता चुनाव में हिस्सा लेंगे. कोरोना के बीच चुनाव कराने के लिए नए प्रोटोकॉल लागू किए जाएंगे. सभी चुनाव कर्मियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी होगी. जिन्हें जरूरत होगी, उन्हें प्रिकॉशन डोज भी लगाई जाएगी.
40 सीटों वाले गोवा विधानसभा के फरवरी 2017 में हुए चुनाव में कांग्रेस 15 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन सरकार नहीं बना सकी थी. बीजेपी ने 13 सीटें जीती थीं और एमजीपी, जीएफपी व दो निर्दलीय विधायकों के सहारे सरकार बनाने में सफल रही. मनोहर पर्रिकर गोवा के मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन 17 मार्च 2019 को मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद डॉ. प्रमोद सावंत को राज्य का मुख्यमंत्री बने.
लेकिन इस बार कांग्रेस और बीजेपी ही नहीं बल्कि ममता बनर्जी की टीएमसी और आम आदमी पार्टी भी अपनी किस्मत आजमाने उतरी हैं. बीजेपी गोवा में पिछले 10 सालों से सत्ता में है, जिसके चलते उसे सत्ता विरोधी लहर का भी सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पूरी ताकत झोंके हुए हैं. वहीं, कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए हाथ-पांव मार रही है, लेकिन टीएमसी उसकी राह में सबसे बड़ा रोड़ा बनी है.
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