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समस्तीपुर डबल मर्डर कांड का खुलासा, पूर्व विधायक के भाई को किया गया गिरफ्तार, अश्लील वीडियो बना मौत की वजह

समस्तीपुर में हुए डबल मर्डर मामले में जेडीयू के पूर्व विधायक रामबालक सिंह के भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

Updated on: 04 Mar 2023, 05:17 PM

highlights

  • समस्तीपुर में डबल मर्डर कांड का खुलासा
  • पूर्व विधायक के भाई को किया गिरफ्तार
  • अश्लील वीडियो बना मौत की वजह

Samastipur:

समस्तीपुर में हुए डबल मर्डर मामले में जेडीयू के पूर्व विधायक रामबालक सिंह के भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, पूर्व विधायक पुलिस के पकड़ से बाहर है. बता दें कि जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के मडडिहा गांव के पास अहले सुबह पूर्व मुखिया समेत उनके सहयोगी की हुई हत्या मामले में जिला पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. जिला पुलिस की टीम ने दिल्ली में रह रहे कांड के मुख्य आरोपी विभूतिपुर के पूर्व विधायक रामबालक सिंह के भाई लालबाबू सिंह को गिरफ्तार कर दिल्ली से विभूतिपुर लाया. एसपी विनय तिवारी ने प्रेसवार्ता कर मामले की जानकारी दी. एसपी ने बताया कि इस हत्याकांड के पीछे पूर्व विधायक का एक लड़की के साथ अश्लील वीडियो था. 

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अश्लील वीडियो बना मौत की वजह

वीडियो को पूर्व मुखिया के द्वारा आगामी उप पंचायत चुनाव में विधायक की छवि को धूमिल करने के लिए लोगों के बीच में दिखाया जा रहा है. जिस वजह से जेडीयू के पूर्व विधायक और उसके भाई ने ट्रेंड शूटर को घटना को अंजाम देने के लिए हायर किया. पुलिस की टेक्निकल टीम ने पूर्व विधायक के घर के सीसीटीवी फुटेज से शूटर की पहचान की, जिसमें चार शूटरों को सुपारी देकर बाहर से बुलाया गया था. हत्याकांड को अंजाम देने के लिए शूटरों को मोटी रकम अदा की गई थी. 

बाहर से बुलाए गए थे शूटर

जांच के दौरान यह बात का भी खुलासा हुआ कि मृतक पूर्व मुखिया सुरेंद्र प्रसाद सिंह अवैध शराब का कारोबार भी करते थे. एसपी ने बताया कि हत्या की मुख्य वजह अश्लील वीडियो है. वीडियो की वजह से विधायक की छवि धूमिल हो रही थी.

पुलिस ने किया मामले का खुलासा

बता दें कि 20 फरवरी को बाइक सवार बदमाशों ने विभूतिपुर प्रखंड के सिंघिया बुजुर्ग दक्षिण पंचायत के पूर्व मुखिया सुरेंद्र प्रसाद सिंह और उनके सहयोगी सत्यनारायण महतो ने जब बाइक पर सवार होकर दोनों चिमनी की ओर जा रहे थे, उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी.  इस मामले में पूर्व मुखिया के भाई द्वारा नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. जिसमें विभूतिपुर के पूर्व विधायक रामबालक सिंह उनके भाई लालबाबू सिंह समेत छह लोगों को आरोपित किया गया था. साथ ही घटना का कारण सिंघिया बुजुर्ग दक्षिण पंचायत में होने वाले मुखिया के उपचुनाव को बताया गया था. कहा गया था कि विधायक द्वारा खाली हुए सीट पर सुरेंद्र प्रसाद सिंह की पत्नी को खरा नहीं किए जाने को लेकर दबाव डाला जा रहा था. जिसको लेकर पूर्व में धमकी भी दी गई थी.