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NGO और पुलिस का रेस्कयू ऑपरेशन, नाबालिग को कराया देह व्यापार से आजाद

सीतामढ़ी के नगर थाना क्षेत्र के बोहा टोला रेड लाइट इलाके में 'बचपन बचाओ आंदोलन' और सीतामढ़ी पुलिस की संयुक्त पहल ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया.

Updated on: 11 Sep 2023, 08:42 PM

highlights

  • 'बचपन बचाओ आंदोलन' की बड़ी पहल
  • सीतामढ़ी पुलिस के साथ मिलकर चलाया रेस्कयू ऑपरेशन
  • देह व्यापार से कराया नाबालिग को आजाद

 

Sitamarhi:

सीतामढ़ी के नगर थाना क्षेत्र के बोहा टोला रेड लाइट इलाके में 'बचपन बचाओ आंदोलन' और सीतामढ़ी पुलिस की संयुक्त पहल ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. इसके जरिए बाल दुव्यर्वहार की शिकार हुई नाबालिग बालिका को देह व्यापार के धंधे से मुक्त करवाया. वहीं, एक ग्राहक सहित दो महिला दलालों समेत कुल 3 आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया. बता दें कि नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी द्वारा स्थापित संगठन 'बचपन बचाओ' आंदोलन की टीम के द्वारा पुलिस अधीक्षक सीतामढ़ी मनोज कुमार तिवारी और डीएसपी सह नोडल विशेष किशोर पुलिस इकाई सीतामढ़ी राकेश कुमार रंजन को सूचना दी गई थी. सूचना मिली कि रेड लाइट एरिया में नाबालिग बालिका को लाकर देह व्यापार करवाया जा रहा है.

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'बचपन बचाओ आंदोलन' की बड़ी पहल

जिसके उपरांत पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर प्रशिक्षु डीएसपी सुचित्रा कुमारी के नेतृत्व और टाउन थाना अध्यक्ष अरुण कुमार, सब इंस्पेक्टर रेशमी कुमारी, महिला थानाध्यक्ष संध्या कुमारी, महसोल ओपी अध्यक्ष सहित भारी संख्या में पुलिस बल ने बचपन बचाओ आंदोलन की टीम से साथ सफ़लतापूर्वक नाबालिग बालिका को मुक्त करवाया. इस संदर्भ में बचपन बचाओ आंदोलन के केंद्रीय निदेशक मनीष शर्मा ने सीतामढ़ी पुलिस के सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि बचपन बचाओ आंदोलन हर संभव ट्रैफिकिंग की शिकार हुई बच्चियों को मुक्त करवाने के लिए तत्पर है.

देह व्यापार से कराया नाबालिग को आजाद

सीतामढी पुलिस के सहयोग से जिला के नगर थाना क्षेत्र के बोहा टोल स्थित रेड लाइट एरिया से ट्रेफिकिंग की शिकार हुई एक नाबालिग बालिका को मुक्त करवाया गया. बोहा टोला से पूर्व में भी ट्रैफिकिंग की शिकार बच्चियों को मुक्त करवाया गया था. इससे यह इनकार नहीं किया जा सकता कि मिथिला क्षेत्र सहित बिहार राज्य के अधिकतर जिला में नाबालिग बच्चियों को मानव तस्कर के द्वारा फंसा कर रेड लाइट एरिया में शौषण करवाया जाता है. बाल यौन शौषण के इन अड्डे पूर्णतः प्रतिबंध लगवाने के लिए बचपन बचाओ आंदोलन जिला प्रशासन व पुलिस के साथ संयुक्त रूप से पहल कर रही है.