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अब राजधानी में सड़कों को गंदा करने वालों पर दर्ज होगा केस, जेल जाने की भी हो सकती है नौबत

राजधानी-पटना में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की मदद से न सिर्फ ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार किया जा रहा है, बल्कि पटना की साफ-सफाई पर भी ध्यान दिया जा रहा है.

Updated on: 09 Aug 2023, 02:28 PM

highlights

  • राजधानी में अब सड़कों को गंदा करने वालों पर होगा मुकदमा दर्ज
  • जेल जाने की आ सकती है नौबत
  • 15 अगस्त तक चलेगा अभियान

 

 

Patna:

राजधानी-पटना में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की मदद से न सिर्फ ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार किया जा रहा है, बल्कि पटना की साफ-सफाई पर भी ध्यान दिया जा रहा है. बता दें कि राजधानी को साफ-सुथरा बनाने के लिए अब नगर निगम सख्त कदम उठाने जा रहा है. सीसीटीवी के जरिए सड़कों पर गंदगी फैलाने वालों की पहचान कर उनका नाम सड़क दुश्मन की सूची में डाला जा रहा है. राजधानी में बड़े-बड़े डिस्प्ले बोर्ड पर 500 रुपये जुर्माने के साथ सड़क दुश्मनों की तस्वीर भी दिखाई जा रही है, लेकिन शहर में गंदगी फैलाने वाले सड़क दुश्मनों पर अब निगम सख्त कार्रवाई करने जा रहा है. अब उन पर न केवल जुर्माना लगाया जाएगा, बल्कि CRPC की धारा 133 के तहत उन पर मुकदमा भी चलाया जाएगा.

साथ ही उनकी सूची भी तैयार कर उपमंडल मजिस्ट्रेट को दी जाएगी, जिस पर सीआरपीसी की धारा 133 के तहत शहर को प्रदूषित करने का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा. इसके लिए नगर निगम के सभी अंचलों को निर्देश भी दिया गया है.

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ऐसे दर्ज होगा नाम

इसके साथ ही पटना नगर निगम की ओर से सभी जोन को एक विशेष रेड लिस्ट उपलब्ध करायी गयी है, जिसमें सड़क शत्रु का नाम और पता अंकित करना होगा. यह लाल सूची उपखण्ड अधिकारी को भेजी जाएगा. इस लाल सूची में अंकित नामों पर सीआरपीसी की धारा 133 के तहत कारवाई की जाएगी. साथ ही पटना की प्रमुख सड़कों के साथ-साथ गलियों में सड़क के दुश्मनों की पहचान करने के लिए प्रत्येक वार्ड में मंडलों को 20-20 का लक्ष्य दिया गया है, यानी हर वार्ड से प्रतिदिन 20 सड़क दुश्मनों की पहचान करनी है. इसके लिए मंडल के सभी कार्यपालक पदाधिकारी, सिटी मैनेजर और अन्य पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गयी है.

सीसीटीवी की मदद से होगी पहचान

आपको बता दें कि कैमरे ने पटनावासियों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया है. नगर निगम साफ-सफाई और सड़क के दुश्मनों की पहचान के लिए विशेष अभियान चला रहा है. यह अभियान सभी 75 वार्डों में लागू है. सड़क शत्रु से 500 रुपये जुर्माना वसूला जा रहा है. पटना को प्रदूषित करने वालों की पहचान कर उन्हें रोड एनिमी की संज्ञा दी जा रही है. इसके साथ ही शहर में लगे बड़े एलईडी स्क्रीन पर भी तस्वीर दिखाई जा रही है. दरअसल, ये सभी कदम 01 से 15 अगस्त तक ''मेरी सड़क, मेरी जवाबदेही'' कार्यक्रम के तहत उठाए जा रहे हैं. इसके साथ ही नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने पटनावासियों से शहर को कचरा मुक्त और स्वच्छ बनाने में सहयोग करने की अपील की.