logo-image

Bihar News: कटिहार में अब फर्जीवाड़े का बड़ा मामला, अधिकारी और पुलिसकर्मी सभी रह गए दंग

कटिहार में अब फर्जीवाड़ा करने वालों के हौसले इस कदर बुलंद हो गए हैं कि अधिकारियों को भी निशाना बनाने से नहीं छोड़ते.

Updated on: 02 Oct 2023, 04:27 PM

highlights

  • दस्तावेज पर फर्जी सिग्नेचर कर छुड़ाई गाड़ी
  • फर्जी सिग्नेचर के खुलासे के बाद हड़कंप
  • खनन निरीक्षक ने थाने में दर्ज कराया केस

Katihar:

कटिहार में अब फर्जीवाड़ा करने वालों के हौसले इस कदर बुलंद हो गए हैं कि अधिकारियों को भी निशाना बनाने से नहीं छोड़ते. जिले में खनन निरीक्षक के फर्जी सिग्नेचर का इस्तेमाल कर ठगों ने अपना उल्लू सीधा किया है. कटिहार में फर्जीवाड़े के इस मामले से अधिकारी और पुलिसकर्मी सभी दंग रह गए. जिले में ठगों ने खनन विभाग के अधिकारी का फर्जी सिग्नेचर कर थाने से गाड़ी छुड़वा ली. खनन विभाग के इंस्पेक्टर ने सहायक थाने में इस बाबत मामला दर्ज कराया. जिसमें बताया गया कि कोढ़ा थाना में ओवरलोडिंग के चलते गाड़ी जब्त की गई थी. लेकिन गाड़ी से जुड़े फाइन अमाउंट को गाड़ी मालिक ने जमा नहीं किया.

दस्तावेज पर फर्जी सिग्नेचर कर छुड़ाई गाड़ी

खनन विभाग के इंस्पेक्टर ने शिकायत में कहा कि खनन अधिकारी गाड़ी नीलामी के लिए वेरिफिकेशन करने पहुंचे तो पता चला कि गाड़ी उनके सिग्नेचर के बाद ऑर्डर पर छोड़ दिया गया है. जबकि विभाग के अकाउंट में लगभग दो लाख पैंतीस हज़ार जमा नहीं हुए. यानी बगैर फाइन की राशि जमा किए ही गाड़ी को छोड़ दिया गया. अब कटिहार खनन विभाग के इंस्पेक्टर मृत्युंजय झा का कहना है कि उनके फर्जी सिग्नेचर का इस्तेमाल किया गया है. क्योंकि उन्होंने ऐसा कोई ऑर्डर ही नहीं दिया.

यह भी पढ़ें : सुशील मोदी का बड़ा दावा, कहा-'चुनाव से पहले RJD में होगा JDU का विलय, या फिर...'

फर्जी सिग्नेचर के खुलासे के बाद हड़कंप

खनन विभाग के इंस्पेक्टर के आवेदन पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. वहीं, कटिहार डीएसपी का कहना है कि इस मामले की तहकीकात की जा रही है और जल्दी हीं मामले का खुलास कर दिया जाएगा. कटिहार का ये मामला ना सिर्फ हैरान करने वाला है बल्कि इससे सवाल उठता है कि क्या कोई रैकेट खनन विभाग में सक्रिय है जो बिना फाइन जमा किए फर्जी साइन के आधार पर गाड़ियों को छुड़ाने का काम कर रहा है. बहरहाल इंतजार है जांच का, जिसके बाद मामले का खुलासा हो सकेगा.

रिपोर्ट : जयप्रकाश भगत