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लोकसभा चुनाव

अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं होंगे लालू, कही ये बात

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जाने से इनकार कर दिया.

Updated on: 17 Jan 2024, 01:36 PM

highlights

  • अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सियासत
  • आरजेडी सुप्रीमो ने प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से किया इंकार
  • कांग्रेस के नेता भी नहीं होंगे शामिल

Patna:

पूरे देश में अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जश्न का माहौल है. लोगों में राम मंदिर को लेकर उत्साह दिख रहा है. इस बीच मंदिर पर भी राजनीति सियासत शुरू हो चुकी है. वहीं, इसको लेकर भाजपा नेताओं में खुशी नजर आ रही है तो वहीं विपक्ष मंदिर पर राजनीति करने का आरोप केंद्र सरकार पर लगा रही है. बुधवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जाने से इनकार कर दिया. वहीं, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से लेकर शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर, आरजेडी विधायक फतेह बहादुर राम मंदिर को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं.

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प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से लालू ने किया इनकार

इतना ही नहीं लालू यादव के बड़े बेटे और बिहार सरकार में मंत्री तेज प्रताप यादव ने तो राम मंदिर को लेकर यह तक कह दिया कि उनके सपने में राम भगवान आए थे और उन्होंने कहा कि यह सब ढोंग कर रहे हैं. हम 22 जनवरी को नहीं आएंगे. वहीं, आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह ने लगातार हिंदू देवी-देवताओं को लेकर विवादित बयान दे रहे हैं तो दूसरी तरफ बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने कहा था कि  'आज हिंदूवाद से सावधान रहने की जरूरत है. मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है, स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है.'' आपको चोट लगेगी तो आप मंदिर जाओगे या अस्पताल? ठीक उसी तरह अगर आपको ज्ञान अर्जित करना है, पढ़ लिखकर बड़ा अधिकारी या होशियार बनना है तो विद्यालय जाना होगा. मंदिर जाने से काम नहीं चलेगा.'' अब शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर के इस बयान पर बिहार में राजनीति गरमा गई है. वहीं इस बयान पर जमकर बयानबाजी हो रही है.

कांग्रेस के ये नेता भी नहीं होंगे प्राण प्रतिष्ठा में शामिल

इतना ही नहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी पहले ही राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से इनकार कर चुकी है. मल्लिकार्जुन खरगे ने साफ कह दिया कि उन्हें जो निमंत्रण दिया गया है, वो पर्सनल है. इसके बारे में वह बाद में बताएंगे. इसके साथ ही कहा था कि भगवान राम में आस्था रखने वाले लोग आज भी जा सकते हैं, कल या परसों भी जा सकते हैं. हमारा मकसद किसी भी धर्म को दुख पहुंचाने का नहीं है. बीजेपी की यह साजिश है और वो इसे मुद्दा बना रही है.