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खाद की किल्लत से जूझ रहे किसान, कालाबाजारी को लेकर 159 बार हुई छापेमारी

धान के मौसम में खाद की किल्लत लगातार कैमूर जिले में सुर्खियां बनता जा रहा था. पिछले साल भी खाद की किल्लत किसानों को खूब झेलनी पड़ी थी.

Updated on: 02 Nov 2022, 05:09 PM

Kaimur:

धान के मौसम में खाद की किल्लत लगातार कैमूर जिले में सुर्खियां बनता जा रहा था. पिछले साल भी खाद की किल्लत किसानों को खूब झेलनी पड़ी थी. लोग रात रात भर सरकारी खाद दुकानों के आगे ही सो कर लाइन बनाते दिखे थे, तो कई जगहों पर पुलिस को लाठियां चटकानी पड़ी थी. जिसको देखते हुए इस बार खाद की कालाबाजारी ना हो जिला प्रशासन अलर्ट मोड में था. कैमूर जिला अधिकारी नवदीप शुक्ला के निर्देश पर लगातार खाद की आपूर्ति और खपत को लेकर कड़ी निगरानी रखी जा रही थी और दुकानदारों द्वारा खाद की कालाबाजारी ना हो, इसको लेकर विभाग खासा अलर्ट था. जिसका नतीजा था कि सिर्फ धान के सीजन में कुल 159 बार ताबड़तोड़ कैमूर जिले के विभिन्न दुकानों पर छापेमारी की गई.

पिछले साल धान और गेहूं के सीजन में खाद की किल्लत ने किसानों को रुला दिया था, जिसको लेकर इस बार जिला प्रशासन अलर्ट दिखा. जहां धान के सीजन में कुल 159 बार पूरे जिले भर के विभिन्न दुकानों पर छापेमारी की गई, जिसमें 12 खाद विक्रेताओं के खिलाफ मामला दर्ज हुआ और लाइसेंस रद्द की कार्रवाई भी हुई. धान के सीजन में 38802 एमटी खाद की खपत भी हुई.

मिली जानकारी के अनुसार कालाबाजारी को लेकर कैमूर जिला प्रशासन पूरी तरह जिलाधिकारी के निर्देश पर लगतार था दुकानों की जांच टीम बनाकर किया जा रहा था. जिसका नतीजा रहा कि पूरे जिले में छापेमारी अभियान चलाया गया और किसानों को उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध हुआ. इस छापेमारी अभियान में प्राथमिकी दर्ज कराने और लाइसेंस रद्द की कार्रवाई की गई. जिला पदाधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार दो खाद विक्रेताओं के खिलाफ खाद की कालाबाजारी को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी और 10 दुकानों का लाइसेंस रद्द कर दिया गया. वहीं जिले में 38 हजार 802 एमटी खाद की खपत भी हुई.