logo-image

बक्सर: एक हादसे ने छीन ली दीपक भंडारी के परिवार की खुशियां, जानकर रो पड़ेंगे आप

स्थानीय रेलवे स्टेशन से 40 किलोमीटर पूरब बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ की नगरी रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पर डाउन लाइन में जाने वाली 12506 नार्थ ईस्ट सुपर फास्ट ट्रेन रात 9.53 बजे आनंद विहार टर्मिनल से खुलने के बाद बक्सर के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पहुंची.

Updated on: 12 Oct 2023, 04:48 PM

highlights

  • बक्सर में बड़ा हादसा 
  • हादसे ने छीन ली एक परिवार की खुशियां
  • पत्नी के साथ 8 साल की मासूम की गई जान

 

Buxar:

बिहार के बक्सर जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां स्थानीय रेलवे स्टेशन से 40 किलोमीटर पूरब बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ की नगरी रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पर डाउन लाइन में जाने वाली 12506 नार्थ ईस्ट सुपर फास्ट ट्रेन रात 9.53 बजे आनंद विहार टर्मिनल से खुलने के बाद बक्सर के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पहुंची. वहीं देखते ही देखते तेज धमाके के साथ लोगों की आंखों के सामने अंधेरा छा गया. तेज धमाके के साथ चीख-पुकार मच गई, ट्रेन की 3 बोगियां पूरी तरह से पलट गईं, जबकि बाकी सभी बोगियां पटरी से उतर गईं.

यह भी पढ़ें : Bihar Politics: देश भर में जातिगत गणना की उठी मांग, वित्त मंत्री ने कह दी ये बात

परिवार में मातम 

आपको बता दें कि इस घटना में ट्रेन से सफर कर रहा एक खुशहाल परिवार पूरी तरह से बिखर गया; पति के सामने ही उसकी पत्नी और मासूम बच्ची की मौत हो गई. इस हादसे के चलते लोगों ने उसके पति और दूसरी 8 साल की मासूम बच्ची को उठाकर अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी खामोशी कई दर्दनाक कहानियां बयां कर रही है. उसे क्या पता था कि जिंदगी के सफर में अपनों के साथ यह उसका आखिरी सफर होगा. बता दें कि, इस घटना में असम निवासी दीपक भंडारी अपनी पत्नी ऊषा भंडारी (33) और जुड़वा पुत्रियों आकृति (8) और आदिति(8 ) के साथ आनंद विहार जंक्शन से जलपाईगुड़ी जा रहे थे. इसी दौरान रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पर यह हादसा हो गया, जिसमें उनकी पत्नी और एक पुत्री आकृति भंडारी की मौत हो गई. वहीं इस हादसे ने उन्हें पूरी तरह से तोड़ दिया है.

पिता ने सुनाया अपना दर्द

आपको बता दें कि इस घटना को लेकर दीपक भंडारी ने बताया कि, ''वह दिल्ली बार में नौकरी करते हैं. वहां से छुट्टियों में अपने गांव जलपाईगुडी जा रहे थे. दिल्ली स्टेशन पर पत्नी और बेटी के साथ ट्रेन में चढ़ने से पहले सेल्फी ली, जिसके बाद यात्रा शुरू हुई. दीपक भंडारी ने बताया कि जैसे ही ट्रेन रघुनाथपुर पहुंची. ट्रेन अपना संतुलन खो बैठी और पलट गई, लेकिन उसे क्या पता था कि जिंदगी भर उसका साथ देने का वादा करने वाली उसकी पत्नी उसे बीच सफर में ही छोड़ देगी. वहीं, रघुनाथपुर के सीएससी में इलाजरत पिता और 8 वर्षीय बच्चे को देख और उनकी दर्द भरी कहानी सुनकर हर आंख नम हो जा रही थी.