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World Cup: ग्लव्ज विवाद में एमएस धोनी को हो सकती है सजा और जुर्माना, पता चलेगा रविवार को

क्रिकेट प्रशंसकों की नजरें रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले मैच पर लगी है. तभी पता चलेगा कि धोनी ने दिल की बात मानी या आईसीसी की.

Updated on: 08 Jun 2019, 12:54 PM

highlights

  • रविवार को बलिदान निशान वाले ग्लव्ज पहने तो चेतावनी.
  • फिर मैच दर मैच उल्लंघन पर लग सकता है जुर्माना.
  • रविवार को टीम इंडिया भिड़ेगी ऑस्ट्रेलिया से.

नई दिल्ली.:

टीम इंडिया (Team India) के पूर्व कप्तान और विकेट कीपर महेंद्र सिह धोनी (MS Dhoni) के वीकेट कीपिंग ग्लव्ज विवाद (Gloves Controversy) पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने दो-टूक कह दिया है कि एमएसडी निजी मैसेज देती कोई भी चीज धारण नहीं कर सकते हैं. ऐसे में अब पक्ष-विपक्ष में बंट चुके दिग्गजों के तर्क-कुतर्क के बीच धोनी के पास सीमित ही विकल्प बचे हैं. ऐसे में क्रिकेट प्रशंसकों की नजरें रविवार को ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ होने वाले मैच पर लगी है. तभी पता चलेगा कि धोनी ने दिल की बात मानी या आईसीसी की.

धोनी के पास बचे हैं सिर्फ दो विकल्प
हालांकि आईसीसी के नियमों (ICC Regulations) के जानकारों के मुताबिक एमएस धोनी के पास स्पष्ट तौर पर दो ही विकल्प हैं. पहला वे ग्लव्ज बदल लें या दूसरे विकल्प के तौर पर उस पर कोई टेप वगैरह लगा लें. गौरतलब है कि बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी (Subramanina Swamy) समेत फुटबॉलर सुनील छेत्री भी धोनी से अपील कर चुके हैं कि वे व्यापक देश हित में ग्लव्ज पर आईसीसी की नियमों को मान लें. जाहिर है ऐसा नहीं होने पर विवाद तो बढ़ेगा ही धोनी को आर्थिक तौर पर जुर्माने का सामना भी कर सकता है.

चेतावनी संग लग सकता है आर्थिक जुर्माना
आईसीसी के नियमों के मुताबिक मना करने के बावजूद रविवार को अगर एमएसडी बलिदान निशान (Balidaan Nishaan) वाले ग्लव्ज पहनते हैं, तो उन्हें चेतावनी (Warning) दी जा सकती है. नियम कहता है कि चेतावनी के बावजूद वही गलती दोहराने पर मैच फीस का 25 फीसदी जुर्माना (Penalty) लगाया जा सकता है. तीसरी बार मैच फीसदी का 50 फीसदी और चौथी बार 75 फीसदी तक जुर्माना लग सकता है. अब देखने वाली बात होगी कि रविवार को धोनी क्या रुख अपनाते हैं.