पूर्वोत्तर में मोदी का साथ.. भगवा का विकास, जानें बीजेपी की जीत का फॉर्मूला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी ने पूर्वोत्तर में शानदार जीत दर्ज की है. त्रिपुरा-नगालैंड में बीजेपी गठबंधन फिर से सत्ता में वापसी की है. वहीं, मेघालय में भाजपा सरकार बनाने के बहुमत के आंकड़े को छू नहीं पाई. हालांकि, राज्य में बीजेपी क
highlights
- पूर्वोत्तर में भाजपा का फिर लहराया परचम
- त्रिपुरा-नागालैंड में बीजेपी की सरकार
- नॉर्थ ईस्ट में बीजेपी का बढ़ा कुनबा
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी ने पूर्वोत्तर में शानदार जीत दर्ज की है. त्रिपुरा-नागालैंड में बीजेपी गठबंधन फिर से सत्ता में वापसी की है. वहीं, मेघालय में भाजपा सरकार बनाने के बहुमत के आंकड़े को छू नहीं पाई. हालांकि, राज्य में बीजेपी का वोट प्रतिशत बढ़ा है. मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा बनने की संभावना दिख रही है. पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की मेहनत और दूरदर्शी सोच का परिणाम है कि पूर्वोत्तर के 8 राज्यों में से 6 पर भगवा का परचम लहरा रहा है. 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों को 2024 के लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. यानी की पूर्वोत्तर के तीन राज्य में चुनाव के परिणाम आ चुके हैं. उसमें बीजेपी सरकार बनाने जा रही है. वहीं, इस साल के आखिरी तक 6 राज्यों में चुनाव होने हैं. बीजेपी अभी से ही जीत के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है. आखिर क्या है नार्थ ईस्ट (पूर्वोत्तर ) में बीजेपी का फॉर्मूला, कैसे पीएम मोदी वहां कि जनता की बन गए पहली पसंद जानिए..
मोदी पर जनता का भरोसा कायम
नरेंद्र मोदी का जादू सिर्फ उत्तर भारत तक ही सीमित नहीं है. नार्थ ईस्ट में भी मोदी मैजिक बरकरार है. त्रिपुरा में बीजेपी के मुख्यमंत्री फिर से बनने जा रहे हैं. वहीं, नागालैंड और मेघालय में सत्ताधारी दलों के साथ बीजेपी सहयोगी पार्टी के तौर पर साथ काम करेगी. यानी इन राज्यों में मोदी के खिलाफ लोगों में कोई नाराजगी नहीं है. मोदी के विरोध में यहां पर एंटी इनकवेंसी ना के बराबर दिखी. पूर्वोत्तर के तीनों राज्यों में बीजेपी की रणनीति कारगर साबित हुई और विरोधियों की हवा निकल गई. त्रिपुरा-नागालैंड में भाजपा की जीत पर पीएम मोदी ने लोगों का दिल से शुक्रिया अदा किया है. मोदी ने कहा कि ये स्थिरता और विकास के लिए वोट है. त्रिपुरा में बीजेपी विकास के लिए आगे भी काम करती रहेगी. सभी कार्यकर्ताओं पर मुझे गर्व है.
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इलेक्शन मोड में बीजेपी
बीजेपी हर वक्त इलेक्शन मोड में रहती है. बीजेपी हाईकमान हमेशा रणनीति बनाने में रहते हैं कि जिस राज्य में चुनाव होने हैं वहां के कौन-कौन से प्रमुख मुद्दे हैं, जिससे जनता परेशान है या उसका लाभ नहीं ले पा रही है. ऐसे में बीजेपी जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को लगाकर काम करवाती है. हाईकमान पार्टी और संगठन के नेताओं और पदाधिकारियों को ग्रांउड जीरो पर भेजकर वहां के मुद्दे सुलझाने को निर्देश देते हैं.
युवा और महिलाओं का समर्थन
बीजेपी को त्रिपुरा और नागालैंड में मिल सफलता के पीछे महिला और युवाओं का बड़ा समर्थन है. राज्य में महिलाओं में बीजेपी के प्रति रुझान पहले से बढ़ा है. इतना है नहीं युवाओं को भी बीजेपी से ज्यादा उम्मीदें है. क्योंकि लंबे समय से लेफ्ट के शासन से युवा और महिलाएं नाराज हैं.
CM बदलने का फॉर्मूला बीजेपी का कारगर
त्रिपुरा में फिर से मानिक साहा के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनाने जा रही है. चुनाव में भाजपा ने 60 में से 33 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि नगालैंड में भाजपा गठबंधन की झोली में 37 सीटें आई हैं. वहीं, मेघायल में सीएम ने अमित शाह से सरकार बनाने के लिए मदद मांगी है. सबसे बड़ा सवाल यह है कि पूर्वोत्तर कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था, लेकिन 2014 के बाद पूर्वोत्तर पर बीजेपी का कब्जा होने लगा. बीजेपी अक्सर ऐसे फैसले लेती है जो राजनीति में कभी नहीं ली गई हों, वह चाहे किसी दिग्गज नेताओं के टिकट कांटने की बात हो या फिर रातोंरात मुख्यमंत्री बदलने का फैसला. पार्टी कई बार अपनी लाइन से हटकर चौंकाने वाले फैसले लेती है. हाल ही में पार्टी ने त्रिपुरा में चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री बदल दिया और शानदार जीत दर्ज कर ली. चुनाव से पहले सीएम बदलने का फॉर्मूला बीजेपी पहले से चला रही है. चाहे उत्तराखंड की बात हो या फिर कर्नाटक या गुजरात का जिक्र हो. पार्टी हाईकमान ने जनता की नब्ज पकड़ते हुए एकाएक सीएम का चेहरा बदलने का फैसला लिया और कामयाब भी हुई.
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8 में से 6 राज्यों में बीजेपी का कब्जा
2014 में नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बने तो सबसे पहले उनकी नजर पूर्वोत्तर के 8 राज्यों पर गई. जहां पिछले कुछ सालों से विकास की बयार कम बह रही थी और वहां की सूचनाएं दिल्ली तक ना के बराबर पहुंच पा रही थी. पीएम मोदी ने सबसे पहले यहां पर विकास के लिए तिजोरी खोल दी.पूर्वोत्तर में सड़क निर्माण से लेकर लघु और कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई. आज परिणाम सबके सामने है. नार्थ ईस्ट के 8 राज्यों में से 6 राज्यों में बीजेपी सरकार चला रही है. त्रिपुरा, अरुणाचल, असम, मणिपुर में बीजेपी अपने दम पर सत्ता में है. नगालैंड में बीजेपी गठबंधन के साथ सरकार चला रही है. वहीं, मेघालय में भी बीजेपी सत्ताधारी गठबंधन में शामिल हैं.
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