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मन की बात : प्रधानमंत्री ने योग और स्वच्छता पर दी ये सीख, Start-Up को भी सराहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का आज यानी रविवार को 89 वां प्रसारण हुआ. इस दौरान प्रधानमंत्री ने योग के महत्व पर खास तौर से चर्चा की.  उन्होंने कहा कि अगले कहा कि महीने 21 जून को हम 8वां ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ मनाने वाले हैं.

Updated on: 29 May 2022, 12:35 PM

highlights

  • 21 जून को मनाया जाएगा 8वां ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ 
  • योग दिवस की theme है Yoga for humanity
  • पीएम ने योग दिवस को उत्साह से मनाने का किया आग्रह 

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का आज यानी रविवार को 89 वां प्रसारण हुआ. इस दौरान प्रधानमंत्री ने योग के महत्व पर खास तौर से चर्चा की.  उन्होंने कहा कि अगले कहा कि महीने 21 जून को हम 8वां ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ मनाने वाले हैं. इस बार ‘योग दिवस’ की theme है Yoga for humanity. मैं आप सभी से ‘योग दिवस’ को बहुत ही उत्साह के साथ मनाने का आग्रह करूंगा. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में इस बार ‘अमृत महोत्सव’ को ध्यान में रखते हुए देश के 75 प्रमुख स्थानों पर भी ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ का आयोजन किया जाएगा. इस अवसर पर कई संगठन और देशवासी ने अपने-अपने स्तर पर अपने-अपने क्षेत्र की खास जगहों पर कुछ न कुछ Innovative करने की तैयारी कर रहे हैं. अलग-अलग देशों में Indian missions वहां के local time के मुताबिक सूर्योदय के समय योग कार्यक्रम आयोजित करेंगे. एक देश के बाद दूसरे देश से कार्यक्रम शुरू होगा. पूरब से पश्चिम तक निरंतर यात्रा चलती रहेगी, फिर ऐसे ही, ये, आगे बढ़ता रहेगा.

स्वच्छता का भी दिया संदेश
योग के साथ ही प्रधानमंत्री ने स्वच्छता का भी संदेश दिया. उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि हम जहां कही भी जाएं,  तीर्थ क्षेत्रों की गरिमा बनी रहनी चाहिए. सुचिता, साफ-सफाई, एक पवित्र वातावरण हमें इसे कभी नहीं भूलना है. उसे ज़रूर बनाए रखें. इसलिए जरूरी है कि हम स्वच्छता के संकल्प को याद रखें. जहां श्रद्धा है, वहां, सृजन और सकारात्मकता भी है. इसके साथ ही स्वच्छता का पालन करने वालों तारीफ भी की. प्रधानमंत्री ने कहा कि कई श्रद्धालु ऐसे भी हैं, जो बाबा केदार के धाम में दर्शन-पूजन के साथ-साथ स्वच्छता की साधना भी कर रहे हैं. कोई अपने ठहरने के स्थान के पास सफाई कर रहा है, तो कोई यात्रा मार्ग से कूड़ा-कचरा साफ कर रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने ये भी देखा कि श्रद्धालु केदारनाथ में कुछ यात्रियों द्वारा फैलाई जा रही गंदगी की वजह से बहुत दुखी भी हैं. इसको लेकर कई लोगों ने Social media पर भी अपनी बातें रखी हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि हम पवित्र यात्रा पर जाएं और वहां गंदगी का ढेर हो, ये ठीक नहीं. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय हमारे देश में उत्तराखंड के ‘चार-धाम’ की पवित्र यात्रा चल रही है. 'चार-धाम' और खासकर केदारनाथ में हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु वहां पहुंच रहे हैं. लोग, अपनी ‘चार-धाम यात्रा’ के सुखद अनुभव share कर रहे हैं.

विविधता हमारी पहचान
हमारे देश में कई सारी भाषा, लिपियां और बोलियों का समृद्ध खजाना है. अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग पहनावा, खानपान और संस्कृति ये हमारी पहचान है. 

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Start-Up में छिपा है भारत की ताकत
देश की इस सफलता के पीछे, देश की युवा-शक्ति देश के talent और सरकार, सभी मिलकर के प्रयास कर रहे हैं. हर किसी का योगदान है. लेकिन, इसमें एक और बात महत्वपूर्ण है और वो है, Startup World में right mentoring, यानी, सही मार्गदर्शन. हमारे Unicorns diversifying हैं.  ये e-commerce, Fin-Tech, Ed-Tech, Bio-Tech जैसे कई क्षेत्रों में काम कर रहे हैं. आज, भारत का Start-Up ecosystem सिर्फ बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं है, छोटे-छोटे शहरों और कस्बों से भी entrepreneurs सामने आ रहे हैं. इस महीने 5 तारीख को देश में Unicorn की संख्या 100 के आंकड़े तक पहुंच गई है. इन Unicorns का कुल valuation 330 billion dollar, यानी, 25 लाख करोड़ रुपयों से भी ज्यादा है. हमारे कुल Unicorn में से 44 पिछले साल बने थे. इस वर्ष के 3-4 महीने में ही 14 और नए Unicorn बन गए.