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Historical Temples : भारत के सबसे ऐतिहासिक मंदिर और उनका इतिहास 

भारत में कई प्रमुख और प्रसिद्ध मंदिर हैं, जो धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के साथ-साथ पर्यटन के लिए भी महत्वपूर्ण हैं. जिनमें से कुछ प्रमुख मंदिर और उनका इतिहास बेहद दिलचस्प है. 

Updated on: 31 Jan 2024, 10:28 PM

नई दिल्ली:

भारत में कई धर्म हैं और यहां धर्मनिरपेक्षता का भी एक प्रमुख सिद्धांत है. प्रमुख धर्मों में हिन्दू धर्म, इस्लाम, बौद्ध धर्म, सिख धर्म, जैन धर्म, और ईसाई धर्म शामिल हैं. भारतीय समाज में धार्मिकता एक महत्वपूर्ण और अंतर्निहित भाग है, जो सामाजिक, सांस्कृतिक, और राजनीतिक जीवन को प्रभावित करता है. धर्म के अनुसार, भारत में अनेक मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, विहार, और चर्च हैं, जो धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण स्थल हैं. भारत में कई प्रमुख और प्रसिद्ध मंदिर हैं, जो धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के साथ-साथ पर्यटन के लिए भी महत्वपूर्ण हैं. जिनमें से कुछ प्रमुख मंदिर और उनका इतिहास बेहद दिलचस्प है. 

केदारनाथ मंदिर: यह मंदिर उत्तराखंड के केदारनाथ नगर में स्थित है और हिमालय पर्वत की गोद में स्थित है. यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और महाभारत काल में पांडवों द्वारा बनाया गया था. यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और चार धामों में से एक है। केदारनाथ मंदिर गंगोत्री धाम के निकट स्थित है और हिमालय की ऊँचाईयों में स्थित है। इस मंदिर को उत्तराखंड का एक प्रमुख धार्मिक स्थल माना जाता है और यह विश्व भर के शिव भक्तों के लिए पवित्र स्थल है।

बद्रीनाथ मंदिर: यह भारतीय राज्य उत्तराखंड के बद्रीनाथ नगर में स्थित है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और चार धामों में से एक है. बद्रीनाथ मंदिर उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और चार धामों में से एक है। बद्रीनाथ मंदिर गंगोत्री धाम के निकट स्थित है और हिमालय की ऊँचाईयों में स्थित है। इस मंदिर को उत्तराखंड का एक प्रमुख धार्मिक स्थल माना जाता है और यह विश्व भर के विष्णु भक्तों के लिए पवित्र स्थल है.

कोनार्क सूर्य मंदिर: यह मंदिर ओडिशा के कोनार्क नगर में स्थित है। यह मंदिर शासक नरसिम्हदेव पहला द्वारा 13वीं सदी में बनाया गया था। यह मंदिर सूर्य भगवान को समर्पित है और सोने के पत्थरों से निर्मित है. कोनार्क सूर्य मंदिर ओडिशा राज्य के पुरी जिले में स्थित है। यह मंदिर सूर्य भगवान को समर्पित है और भारत के प्रमुख ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों में से एक है। इसका निर्माण 13वीं सदी में किया गया था और इसे कालिंग दिवंगत के अंगद निकेतन के रूप में भी जाना जाता है। यह मंदिर अपनी आकृति और संरचना के लिए प्रसिद्ध है, और इसे भारतीय वास्तुकला का एक प्रमुख उदाहरण माना जाता है।

महाबोधि मंदिर: यह मंदिर बोधगया, बिहार में स्थित है और गौतम बुद्ध के बोध की स्थली के रूप में प्रसिद्ध है। यहां गौतम बुद्ध ने अपनी जीवन की परम्परा को प्रारंभ किया था. महाबोधि मंदिर भारत के बिहार राज्य के गाया जिले में स्थित है। यह मंदिर गौतम बुद्ध के बोध की स्थली के रूप में प्रसिद्ध है। महाबोधि मंदिर को विश्व धरोहर स्थल के रूप में स्वीकार किया गया है और यह बौद्ध धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल है। यहां पर बुद्ध के बोध के नीचे बोधि वृक्ष का भी स्थान है। इस मंदिर का निर्माण लगभग 6वीं शताब्दी में हुआ था और यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जहां हर वर्ष बहुमान धर्मालंकार पर्व आयोजित किया जाता है।

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर: यह मंदिर राजस्थान के मेहंदीपुर शहर में स्थित है और हनुमानजी को समर्पित है। यह मंदिर भारत में सबसे अधिक यात्री आगमन वाला मंदिर माना जाता है. मेहंदीपुर बालाजी मंदिर राजस्थान के अलवर जिले में स्थित है। यह मंदिर हनुमानजी को समर्पित है और यह भारत में सबसे अधिक यात्री आगमन वाला मंदिर माना जाता है। मेहंदीपुर बालाजी मंदिर भक्तों के लिए एक प्रमुख धार्मिक स्थल है और विशेष रूप से शनिवार को भक्तों की भीड़ बड़ी होती है। यहां पर भगवान हनुमान के पवित्र मूर्ति के दर्शन करने के लिए लाखों लोग आते हैं और उनकी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करते हैं।

ये कुछ भारत के प्रमुख और ऐतिहासिक मंदिर हैं, जिनमें धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व है।