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Krishn Puja in Falgun Maas: फाल्गुन मास में कृष्ण पूजा का क्या है महत्व, जानिए सही तरीका

Krishn Puja in Falgun Maas:  हिंदू धर्म में फाल्गुन मास का विशेष महत्व है. यह मास भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के साथ-साथ होली त्योहार के लिए भी जाना जाता है. फाल्गुन मास में भगवान कृष्ण की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं.

Updated on: 26 Feb 2024, 12:27 PM

नई दिल्ली :

Krishn Puja in Falgun Maas:  हिंदू धर्म में फाल्गुन मास का विशेष महत्व है. यह मास भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के साथ-साथ होली त्योहार के लिए भी जाना जाता है. फाल्गुन मास में भगवान कृष्ण की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं. फाल्गुन मास हिंदू पंचांग में एक महत्वपूर्ण मास है जो फरवरी और मार्च के बीच आता है. इस मास का धार्मिक महत्व अत्यंत उच्च माना जाता है. फाल्गुन मास में होने वाले महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार होते हैं जैसे होली, महाशिवरात्रि, और गंगा दशहरा. इस मास में होली महोत्सव का आयोजन किया जाता है जिसमें भगवान कृष्ण की प्रसिद्ध लीला 'रासलीला' का पर्व मनाया जाता है. इसके अलावा, महाशिवरात्रि भगवान शिव को समर्पित है और इस दिन भक्तों द्वारा शिव मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. फाल्गुन मास में होने वाले धार्मिक त्योहारों में भगवान की पूजा-अर्चना, ध्यान और ध्यान एवं समर्पण की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इस मास में समाज के सभी वर्गों में धर्मिक उत्सव के माध्यम से एकता, सद्भावना और प्रेम का संचार होता है. फाल्गुन मास का धार्मिक महत्व हिंदू समाज में अत्यंत महत्वपूर्ण होता है और इस मास में होने वाले धार्मिक कार्यक्रम और उत्सव धर्म और समाज की उन्नति में सहायक होते हैं.

फाल्गुन मास में कृष्ण पूजा के कुछ महत्व इस प्रकार हैं:

मोक्ष प्राप्ति: भगवान कृष्ण की पूजा करने से मोक्ष प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है.

सुख-समृद्धि प्राप्ति: भगवान कृष्ण की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है.

प्रेम और भक्ति: भगवान कृष्ण प्रेम और भक्ति के देवता हैं. उनकी पूजा करने से मनुष्य में प्रेम और भक्ति भावना बढ़ती है.

संतान प्राप्ति: भगवान कृष्ण को संतान के देवता भी माना जाता है. उनकी पूजा करने से संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है.

विवाह में बाधाएं दूर: भगवान कृष्ण विवाह के देवता भी माना जाता है. उनकी पूजा करने से विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं.

फाल्गुन मास में कृष्ण पूजा करने की विधि: सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें. पूजा स्थान को स्वच्छ करें और भगवान कृष्ण की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें. दीप प्रज्वलित करें और धूप-दीप से भगवान कृष्ण की आरती करें. भगवान कृष्ण को भोग लगाएं. भगवान कृष्ण के मंत्रों का जाप करें. भगवान कृष्ण से अपनी मनोकामना व्यक्त करें.

फाल्गुन मास में कृष्ण पूजा के मंत्र:

"ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नमः."

"हरे कृष्ण हरे राम."

"गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो."

फाल्गुन मास में कृष्ण पूजा करने से मनुष्य को अनेक लाभ प्राप्त होते हैं. अगर आप भी भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो फाल्गुन मास में उनकी पूजा अवश्य करें.

पूजा का समय: फाल्गुन मास में किसी भी दिन भगवान कृष्ण की पूजा की जा सकती है, लेकिन होली के दिन पूजा करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है.

पूजा सामग्री: भगवान कृष्ण की पूजा के लिए आपको कुछ पूजा सामग्री की आवश्यकता होगी, जैसे कि मूर्ति या तस्वीर, दीप, धूप, फूल, फल, मिठाई, आदि.

पूजा का स्थान: आप घर में या मंदिर में भगवान कृष्ण की पूजा कर सकते हैं.

भगवान कृष्ण की पूजा करने से मनुष्य को अनेक लाभ प्राप्त होते हैं. यदि आप भी भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो फाल्गुन मास में उनकी पूजा अवश्य करें.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)