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Chaitra Navratri 2024: चैत्र नवरात्रि पर कलश स्थापना की सही विधि क्या है? जरूर ध्यान रखें ये बातें

Chaitra Navratri 2024 Kalash Sthapana ki Sahi Vidhi: हिंदू धर्म में किसी पूजा के दौरान कलश स्थापना का विशेष महत्व है. इन्हीं में से एक नवरा​त्रि है जिसकी शुरुआत कलश स्थापना के साथ होती है. जानिए चैत्र नवरात्रि में कलश स्थापना की सही विधि क्या है.

Updated on: 06 Apr 2024, 05:13 PM

नई दिल्ली :

Chaitra Navratri 2024 Kalash Sthapana ki Sahi Vidhi: हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 9 अप्रैल से हो रही है. बता दें कि हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवरात्रि शुरू होता है. इसी दिन कलश स्थापना कर मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. नवरात्रि में कलश स्थापना का विशेष महत्व होता है. कहा जाता है कि इसके बिना नवरात्रि पूजा अधूरी मानी जाती है. ऐसे में अगर आप भी इस बार चैत्र नवरात्रि पर घर में कलश स्थापना कर रहे हैं तो आज हम आपको बताएंगे कि इसकी विधि क्या है. साथ ही जानिए  कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त. 

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

9 अप्रैल को कलश स्थापना के लिए शुभ सुबह 06 बजकर 02 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 16 मिनट तक है. वहीं अगर आप इस दौरान किसी कारणवश कलश स्थापना नहीं कर पाए तो ऐसे में दोपहर के समय अभिजीत मुहूर्त में कर सकते हैं. 9 अप्रैल को कलश स्थापना के लिए अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 57 मिनट से लेकर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा. 

कलश स्थापना के लिए सामग्री

मिट्टी का बर्तन (कलश), सात प्रकार की साफ मिट्टी, सात प्रकार के अनाज, जौ के दाने, पानी, नारियल, आम के पत्ते, सुपारी, मौली, रोली, चावल, कलावा, दीपक, अगरबत्ती, फल, मिठाई, पंच रत्न

कलश स्थापना की सही विधि

नवरात्रि कलश स्थापना से पहले पूजा घर को अच्छी तरह से साफ करें. कलश को साफ से धोकर उसमें साफ मिट्टी भरें. मिट्टी में जौ के दाने बोएं और उन पर थोड़ा पानी छिड़कें. कलश को पूजा घर में चौकी या आसन पर स्थापित करें. कलश के मुख पर आम के पत्ते रखें और उन पर नारियल रखें. कलश में रोली, चावल, कलावा, सात प्रकार के अनाज, सात प्रकार की मिट्टी, पंच रत्न, फूल,आदि डालकर उसमें जल डाल दें. कलश स्थापना के बाद देवी दुर्गा के मंत्रों का जाप करें. 

कलश स्थापना के दौरान इन बातों का रखें ध्यान

कलश स्थापना करते समय स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें. कलश स्थापित करने के बाद नौ दिनों तक उसकी नियमित रूप से पूजा करें. कलश स्थापना के बाद उपवास रखना और देवी दुर्गा की भक्ति करना शुभ माना जाता है. 

नवरात्रि कलश स्थापना का महत्व

कलश को देवी दुर्गा का प्रतीक माना जाता है. कलश स्थापित करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. इसके साथ ही कलश स्थापना कर मां दुर्गा की विधिपूर्वक पूजा करने से देवी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

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