कोरोना संकट के बावजूद क्यों बचा हुआ है यूएई? पर्यटन के लिए खुली छूट
यूएई वर्तमान में ब्लूमबर्ग की कोविड रेजिलिएंस रैंकिंग में शीर्ष देशों में शामिल है. वह संक्रमण को नियंत्रित करने में सफल रहा है.
highlights
- यूएई वर्तमान में ब्लूमबर्ग की कोविड रेजिलिएंस रैंकिंग में शीर्ष देशों में शामिल है
- ओमीक्रॉन के फैलने के बावजूद, यूएई संक्रमण को नियंत्रित करने में सफल रहा है
- यहां पर आने पर पर्यटकों को कोरोना टेस्ट से गुजरना होगा
नई दिल्ली:
एक ओर जहां कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन ने पूरे यूरोप समेत कई देशों में हाहाकार मचा रखा है. वहीं संयुक्त अरब अमीरात या यूएई एक ऐसा देश है, जिस पर ओमिक्रॉन का ज्यादा असर नहीं देखने को मिल रहा है. खाड़ी के इस देश ने दुनियाभर के सैलानियों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं. यूएई इस वैश्विक महामारी के दौरान अपनी वैक्सीनेशन की अच्छी गति के साथ साथ व्यापक और सस्ती टेस्टिंग सुविधाओं के कारण कोरोना को कड़ी टक्कर दे रहा है. यूएई वर्तमान में ब्लूमबर्ग की कोविड रेजिलिएंस रैंकिंग में शीर्ष देशों में शामिल है. इस रैंकिंग में 53 देशों के सुविधाओं के मानकों, कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों और यात्रा को दोबारा से खोलने जैसे 12 संकेतों को शामिल किया गया है.
यही वजह है कि यूरोप में ओमीक्रॉन के फैलने के बावजूद, यूएई संक्रमण को नियंत्रित करने में सफल रहा है. इसके साथ देश को पर्यटकों के लिए खुला भी रखा. महामारी की वजह से यूएई के सबसे आबादी वाले शहर दुबई ने खुद को एक वैश्विक पर्यटन स्थल से अपने लोगों की हिफाजत करने वाले शहर में बदल दिया है.
यूएई क्यों जाना चाहिए?
यहां पर इस समय मौसम सबसे ज्यादा उपयुक्त बना रहता है. लोगों का कहना है कि इस समय यहां का मौसम ठीक है. दुबई के रहने वाले तला मोहम्मद के अनुसार , "दुबई आने के लिए अक्टूबर से मई माह सबसे अच्छा माना जाता है, क्योंकि समंदर के किनारों पर ज्यादा गर्मी नहीं होती है." इसका अर्थ ये है कि इस मौसम में आउटडोर इवेंट्स और खुशनुमा शामों की रौनक रहती है. इस तटीय शहर के अलग-अलग ठिकानों पर ऐसी मनोरंजक गतिविधियां हर तरफ देखी जा सकती हैं.
वहां जाने से पहले क्या पता करें
ओमीक्रॉन वेरिएंट की वजह से यात्रा प्रतिबंध तेजी से लग रहे हैं. ऐसे में नई घोषणाओं और नियमों की जानकारी यूएई ट्रैवल टू दुबई वेबसाइट जरूर देखें. हालांकि दुबई उन सैलानियों के लिए खुला हुआ है, जिन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मान्यता मिली वैक्सीन ले रखी है. हालांकि, यहां पर आने पर पर्यटकों को कोरोना टेस्ट से गुजरना होगा.
इसके साथ यात्रियों को यूएई का आधिकारिक ऐन 'अल हसन' डाउनलोड करना पड़ सकता है, ये कोविड टेस्ट के परिणाम और टीकाकरण की स्थिति को इंगित करने के लिए रंग आधारित कोड सिस्टम का इस्तेमाल करता है.
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