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Population Data: औसत भारतीय चीनियों के मुकाबले हैं 10 साल युवा

दक्षिण एशियाई क्षेत्र की आबादी के तुलनात्मक अध्ययन से पता चलता है कि भारतीयों की औसत आयु श्रीलंका की 32.99 वर्ष की तुलना में काफी कम है.

Updated on: 20 Apr 2023, 09:15 AM

highlights

  • भारतीयों औसत आयु श्रीलंका की 32.99 की तुलना में कम
  • भारतीयों की औसत आयु 1968 में सबसे कम 18.23 वर्ष
  • भारत की युवा आबादी की प्रवृत्ति 2100 तक जारी रहेगी

नई दिल्ली:

वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स के आंकड़ों से पता चलता है कि भारत (India) की आबादी (Population) की मीडियन (औसत) उम्र 28.2 साल है. यह औसत पैमाना भारतीयों को औसत चीनियों (Chinese) से 10 वर्ष युवा बनाता है, जिनकी औसत आयु 39 वर्ष है. वैश्विक रैंकिंग के संदर्भ में भारत और चीन  (China) 237 देशों में क्रमशः 94वें और 170वें पायदान पर आते हैं. बारीकी से क्षेत्रीय विश्लेषण करने पर पता चलता है कि एशिया (Asia) 31.9 वर्ष की औसत आयु के साथ तीसरा सबसे युवा भौगोलिक समूह है. अफ्रीका (Africa) केवल 18.8 वर्ष की औसत आयु के साथ सबसे युवा महाद्वीप है और लातिन अमेरिका 31 वर्ष की औसत आयु के साथ एशिया से केवल मामूली रूप से युवा है. उत्तरी अमेरिका और यूरोप (Europe) की औसत आयु क्रमशः 38.4 वर्ष और 42.2 वर्ष है.

क्या होती है मीडियन एज
वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स में आयु के आधार पर जनसंख्या को समान आकार के दो भागों में विभाजित करते हैं. अर्थात् माध्यिका से ऊपर आयु वाले उतने ही व्यक्ति होते हैं, जितने माध्यिका से नीचे आयु वाले होते हैं. इस आधार पर दक्षिण एशियाई क्षेत्र की तुलना से पता चलता है कि भारत की औसत आयु श्रीलंका की 32.99 वर्ष की तुलना में काफी कम है, जबकि यह पाकिस्तान की 20.62 वर्ष, नेपाल की 24.41 वर्ष और बांग्लादेश की 27.06 वर्ष से उम्रदराज है. वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स से औसत आयु डेटा का एक दीर्घकालिक विश्लेषण दर्शाता है कि भारत की औसत आयु 1968 में सबसे कम 18.23 वर्ष थी और तब से धीरे-धीरे बढ़ रही है. चीन के लिए औसत आयु 1969  में सबसे कम 17.96 वर्ष थी.

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अभी भारतीय बने रहेंगे युवा
औसत आयु का ट्रेंड मोटे तौर पर जनसंख्या वृद्धि दर के साथ भी मेल खाता है. 1965 में समाप्त हुए दशक से भारत की जनसंख्या का रोलिंग डेकाडल सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) दर घटने लगी है. यह सीएजीआर 1975 से 1986 तक कुछ समय के लिए बढ़ी थी, लेकिन उसके बाद हर साल लगातार घट रही है. यह प्रवृत्ति वर्ष 2100 तक जारी रहने का अनुमान है, क्योंकि भारत की जनसंख्या का यह रोलिंग सीएजीआर पहले घटेगा और फिर अंत में 2070 तक आते-आते नकारात्मक हो जाएगा. चीन का रोलिंग डेकाडल सीएजीआर 1972 से लगातार घट रहा है और केवल पांच वर्षों यानी 2028 में नकारात्मक हो जाएगा.