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लोकसभा चुनाव

त्रिपुरा में कई जगहों से हिंसा की ख़बर के बाद लगायी गयी धारा 144

सीपीएम (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी) नेताओं का आरोप है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस घटना को अंजाम दिया।

Updated on: 06 Mar 2018, 03:48 PM

नई दिल्ली:

त्रिपुरा में बीजेपी को ऐतिहासिक जीत मिलने के बाद से कई इलाक़ों में बीजेपी और लेफ्ट कार्यकर्ताओं द्वारा हिंसा और तोड़फोड़ करने का मामला सामने आ रहा है। 

सीपीएम का कहना है कि बीजेपी और IPFT कार्यकर्ता वामपंथी पार्टी के ऑफ़िस को निशाना बना रहे हैं। इसके साथ ही उनके कार्यकर्ताओं पर भी हमले किए जा रहे हैं।

वहीं दूसरी तरफ यह भी कहा जा रहा है कि कई इलाक़ों में लेफ़्ट पार्टी के कार्यकर्ता भी हिंसा कर रहे हैं। फिलहाल राज्य में बिगड़ते क़ानून व्यवस्था को देखते हुए कई इलाक़ों में धारा 144 लगा दिया गया है।

इससे पहले दक्षिण त्रिपुरा के बेलोनिया कॉलेज स्क्वायर में बीजेपी 'समर्थकों' द्वारा लेनिन की मूर्ति गिराए जाने का मामला भी सामने आया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुलडोजर चला रहे ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। 

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सीपीएम ने ट्विटर पर राज्य में हो रही हिंसा को लेकर लिखा, 'त्रिपुरा में चुनाव जीतने के बाद हुई हिंसा प्रधानमंत्री के लोकतंत्र पर भरोसे के दावों का मजाक उड़ाती है। त्रिपुरा में वामपंथी और उनके समर्थकों के बीच डर और असुरक्षा की भावना फैलाने की कोशिश की जा रही है।'

जिसके बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य के डीजीपी और राज्यपाल से बातचीत कर इस मामले की रिपोर्ट सौंपने को कहा है।

25 सालों से सत्ता में रही सीपीएम ने आरोप लगाया है कि वामपंथी दफ्तरों के साथ कार्यकर्ताओं के घरों को भी निशाना बनाया जा रहा है।

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