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कश्मीर में यूरोपियन सांसदों के दौरे पर प्रियंका और राहुल गांधी का तंज, जानें क्‍या कहा

European Union in Jammu Kashmir: यूरोपीय यूनियन (European Union) के सांसद बुधवार को जम्मू कश्मीर के दौरे पर हैं.

Updated on: 29 Oct 2019, 02:44 PM

नई दिल्‍ली:

European Union in Jammu Kashmir: यूरोपीय यूनियन (European Union) के सांसद बुधवार को जम्मू कश्मीर के दौरे पर हैं. यूरोपीय यूनियन के सांसदों के जम्‍मू-कश्‍मीर दौरे को लेकर राजनीति भी गरमा गई है. जहां हैदराबाद से सांसद अससुद्दीन ओवैसी ने इस पर मोदी सरकार की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने तंज कसते हुए ट्वट किया है कि कश्मीर में यूरोपियन सांसदों को सैर-सपाटा और हस्तक्षेप की इजाजत लेकिन भारतीय सांसदों और नेताओं को पहुँचते ही हवाई अड्डे से वापस भेजा गया!

बता दें European Union के 27 सांसदों ने बीते दिन पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल (NSA Ajit Doval) से मुलाकात की थी. आज ये सांसद जम्‍मू-कश्‍मीर (Jammu and Kashmir) पहुंच गए हैं.

इसको लेकर विपक्ष ने मोदी सरकार पर कटाक्ष करने शुरू कर दिए हैं. हैदराबाद से सांसद अससुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि एमईपी ऑफ़ फैंटास्टिक च्वाइस! इस्‍लामोफोबिया (नाज़ी प्रेमी) से ग्रसित लोग मुस्लिम बसहुल्‍य घाटी में जा रहे हैं. निश्‍चित तौर पर लोग उन्‍हें स्‍वागत में कहेंगे,“Ware Paeth Khoshh Paeth”.
गैरों पे करम अपनों पे सितम, ऐ जान-ए-वफ़ा तू ज़ुल्म न कर, रहने दे अभी थोड़ा सा भरम

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वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि यूरोप के सांसदों का जम्मू और कश्मीर के एक निर्देशित दौरे पर जाने के लिए स्वागत है, जबकि भारतीय सांसदों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसमें कुछ बहुत गलत है।

वहीं जम्‍मू-कश्‍मीर की पूर्व मुख्‍यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्‍होंने अपने ट्वीट में कहा है कि ज्‍यादातर इस्‍लामिक फोबिया से ग्रसित यूरोपियन सांसदों को कश्मीर में भेजने से भारत सरकार को किस नतीजे की उम्मीद की है? क्या आप नौ मिलियन उत्पीड़ित कश्मीरियों से उम्मीद कर रहे थे कि वे उनके लिए लाल कालीन बिछाएंगे?

बता दें कि 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर राज्य से विशेष दर्जा खत्म करने के बाद से ये पहला विदेशी दल होगा जो कि जम्मू कश्मीर का दौरा कर रहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि EU सांसदों की टीम जम्मू-कश्मीर जाने के बाद दो हिस्सों में बंटेगी. इसमें पहली टीम राज्यपाल, एडवाइज़र्स से मुलाकात करेगी, इसके साथ ही चुने हुए प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेगी जबकि दूसरी टीम कुपवाड़ा में स्थिति का जायजा लेगी. जहां पर वह स्थानीय निवासियों और DC से मुलाकात करेंगे. दोनों ही टीम श्रीनगर की मशहूर डल लेक भी विजिट करेगी.