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शिक्षा मंत्रालय की वर्चुअल मीटिंग में अचानक जुड़कर PM मोदी ने CBSE छात्रों को चौंकाया, इन मुद्दों पर की चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित सीबीएसई छात्रों के वर्चुअल सत्र में जुड़कर सभी को चौंका दिया. इस बार वो अचानक ही छात्रों की वर्चुअल मीटिंग में जुड़ गए और उनसे बात करने लगे.

Updated on: 03 Jun 2021, 05:46 PM

दिल्ली :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित सीबीएसई छात्रों के वर्चुअल सत्र में जुड़कर सभी को चौंका दिया. इस बार वो अचानक ही छात्रों की वर्चुअल मीटिंग में जुड़ गए और उनसे बात करने लगे. ये वर्चुअल मीटिंग शिक्षा मंत्रालय की ओर से बुलाई गई थी. इस मीटिंग में छात्रों के साथ-साथ उनके पैरेंट्स भी मौजूद थे.  बता दें कि सीबीएसई छात्रों के वर्चुअल इस मीटिंग में प्रधानमंत्री मोदी के जुड़ने का पहले से कोई प्लान नहीं था. सबकुछ अचानक ही हुआ. बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी बहुत ही कम समय के लिए इस वर्चुअल मीटिंग में जुड़े थे. 

प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ छात्रों से बात भी की. सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा रद्द होने के बाद अब सबसे बड़ा सवाल असेसमेंट को लेकर ही है. हर जगह यही चर्चा है कि एग्जाम नहीं हुए हैं तो पास किस आधार पर किया जाएगा? बताया जा रहा है कि मीटिंग में प्रधानमंत्री ने कुछ बच्चों से इस मसले को लेकर भी बात की. उन्होंने छात्रों से मार्किंग का तरीका पूछा. प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों के माता पिता से भी इस मुद्दें पर चर्चा की. 

बता दें कि सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा पहले ही रद्द कर दिया गया है. कोरोना संक्रमण के चलते सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं कैंसिल किए जाने की मांग की जा रही थी. 1 जून को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में बोर्ड एग्जाम रद्द करने का फैसला लिया गया. इससे पहले 10वीं बोर्ड के एग्जाम रद्द किए जा चुके थे.

पीएम मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कक्षा 12वीं का रिजल्ट एक उपयुक्त व उचित क्राइटेरिया के आधार पर समयबद्ध तरीके से जारी किया जाएगा. पिछले साल की तरह, यदि कुछ छात्र परीक्षा देने की इच्छा रखते हैं, तो स्थिति अनुकूल होने पर सीबीएसई द्वारा उन्हें ऐसा विकल्प प्रदान किया जाएगा. इस बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, इससे समझौता नहीं किया जा सकता. छात्रों को कोविड-19 महामारी के इस तनावपूर्ण माहौल में परीक्षा देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता. पीएम मोदी ने कहा, 'परीक्षा के आयोजन को लेकर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों में जो चिंता है, उसे निश्चित तौर पर खत्म होना चाहिए। सभी हितधारकों को विद्यार्थियों के प्रति संवेदनशीलता दिखानी चाहिए.'