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रवींद्रनाथ टैगोर जयंती: पीएम-राष्ट्रपति ने दी श्रद्धांजलि, पढ़ें उनके महान विचार

नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ ने रचनाओं के अलावा कई ऐसे विचार भी बताएं, जो जीवन के लिए मार्गदर्शक बनीं।

Updated on: 09 May 2017, 10:11 AM

नई दिल्ली:

रवींद्रनाथ टैगोर की आज जयंती है। उनका जन्म 9 मई 1861 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुआ था। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने महान कवि, साहित्यकार, दार्शनिक, संगीतकार और पेंटर के देश के लिए किए गए महान कार्यों को याद किया।

पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, 'गुरुदेव टैगोर हमेशा अपने ताकतवर विचारों और स्वतंत्रता आंदोलन में दिए गए योगदान के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। उनकी जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।'

वहीं राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लिखा, 'इस खास अवसर पर मानवता पर टैगोर के विचारों से प्रेरणा लेकर उन्हें लागू किया जाए।'

रवींद्रनाथ टैगोर ने देश का राष्ट्रगान 'जन-गण-मन' लिखा था और वह अकेले ऐसे कवि हैं, जिनकी दो रचनाएं दो देशों का राष्ट्रगान बनीं। उन्होंने भारत के अलावा बांग्लादेश का राष्ट्रगान 'आमार सोनार बांग्ला' की रचना की।

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नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ ने रचनाओं के अलावा कई ऐसे विचार भी बताएं, जो जीवन के लिए मार्गदर्शक बनीं। उनके विचार कुछ इस प्रकार हैं:

1. हमेशा तर्क करने वाला दिमाग..ऐसा धारदार चाकू है, जो इस्तेमाल करने वाले के हाथ से ही खून निकाल देता है।

2. सिर्फ खड़े होकर पानी को देखते रहने से आप समंदर पार नहीं कर सकते हैं।

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3. किसी बच्चे की शिक्षा अपने ज्ञान तक सीमित मत रखिए, क्योंकि वह किसी और समय में पैदा हुआ है।

4. अगर आप सभी गलतियों के लिए दरवाजे बंद कर देंगे तो सच अपने आप बाहर रह जाएगा।

5. फूल की पंखुड़ियों को तोड़ कर आप उसकी सुंदरता को इकट्ठा नहीं कर सकते हैं।

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