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PM Modi US Visit: पीएम मोदी बोले, भारत-अमेरिका के DNA में है लोकतंत्र

PM Modi US Visit: द्विपक्षीय वार्ता खत्म होने के बाद पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक संयुक्त प्रेसवर्ता रखी। इसमें मीडिया के सामने बातचीत का ब्योरा दिया।

Updated on: 22 Jun 2023, 11:59 PM

नई दिल्ली:

PM Modi US Visit: व्हाइट हाउस में चली पौने तीन घंटे की वार्ता खत्म हो गई. भारत के पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. इसके बाद दोनों नेता संयुक्त प्रेसवार्ता के लिए पहुंचे. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, आज का दिन भारत और अमेरिका के संबंधों के इतिहास में एक विशेष संबंध रखता है. आज की हमारी चर्चा और हमारे द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय से हमारा कॉम्प्रिहेंसिव ग्लोबल स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप में एक नया अध्याय जुड़ा है. एक नई दिशा और नई उर्जा मिली है. उन्होंने कहा, भारत अमेरिका के व्यापार की निवेश साझेदारी दोनों देशों के लिए ही नहीं बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी अहम है. आज अमेरिका भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है. हमने निर्णय लिया है कि व्यापार से जुड़े लंबित मुद्दों को समाप्त कर नई शुरूआत की जाएगी. 

 

पीएम ने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि आप कह रहे हैं कि लोग कहते हैं. लोग कहते हैं नहीं बल्कि भारत लोकतांत्रिक है. जैसा कि राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा भारत और अमेरिका दोनों के डीएनए में लोकतंत्र है. लोकतंत्र हमारी रगों में है. लोकतंत्र को हम जीते हैं. हमारे पूर्वजों ने उसे शब्दों में डाला है. हमारा संविधान और हमारी सरकार और हमने सिद्ध किया है कि डेमोक्रेसी कैन डिलीवर जब मैं डिलीवरी कहता हूं तब जाति, पंथ, धर्म किसी भी तरह के भेदभाव की वहां पर जगह नहीं होती है. जब आप लोकतंत्र कहते हैं तो पक्षपात का कोई सवाल ही नहीं उठता है.

पीएम ने कहा, भारत-अमेरिका की व्यापार की निवेश साझेदारी दोनों देशों के लिए ही नहीं बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है. आज अमेरिका भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है. हमने निर्णय लिया है कि व्यापार से जुड़े लंबित मुद्दों को समाप्त कर नई शुरूआत की जाएगी. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेमीकंडक्टर, स्पेस, क्वांटम और टेलीकॉम जैसे क्षेत्रों में अपना सहयोग बढ़ाकर हम एक मज़बूत और फ्यूचरिस्टिक साझेदारी कर रहे हैं. इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हम साथ मिलकर असीमित क्षमता वाले साझा भविष्य के दरवाजे खोल रहे हैं. स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन में तेजी लाने के लिए अंतरिक्ष उड़ान पर सहयोग और क्वांटम कंप्यूटिंग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर सहयोग की जरूरत है. एयर इंडिया द्वारा बोइंग विमान खरीदने के समझौते से अमेरिका में 10 लाख नौकरियों को मदद मिलेगी.