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पश्चिम बंगाल में बीरभूम हिंसा पर बोले पीएम मोदी, अपराधियों को मिले सजा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शहीद दिवस के अवसर पर कोलकाता स्थित विक्टोरिया मेमोरियल में नवनिर्मित बिप्लवी भारत गैलरी का उद्घाटन किया

Updated on: 23 Mar 2022, 09:19 PM

highlights

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से गैलरी का उद्घाटन किया
  • पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसक वारदात पर दुख व्यक्त किया
  • विक्टोरिया मेमोरियल में बिप्लवी भारत गैलरी का लोकर्पण हुआ है

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज शहीद दिवस के अवसर पर कोलकाता स्थित विक्टोरिया मेमोरियल में नवनिर्मित बिप्लवी भारत गैलरी का उद्घाटन किया. उन्होंने वीडियो कांफ्रेंस (Video confrence) के माध्यम से गैलरी का उद्घाटन किया.  इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, 'मैं पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसक वारदात पर दुख व्यक्त करता हूं, अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं आशा करता हूं कि राज्य सरकार, बंगाल की महान धरती पर ऐसा जघन्य पाप करने वालों को जरूर सजा दिलवाएगी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से मैं राज्य को इस बात के लिए आश्वस्त करता हूं कि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने में जो भी मदद वो चाहेगी, उसे मुहैया कराई जाएगी. अमर शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के बलिदान की गाथा देश के बच्चे-बच्चे की जुबान पर है.'

उन्होंने कहा 'हम सबको इन वीरों की गाथाएं, देश के लिए दिन रात मेहनत करने के लिए प्रेरित करती हैं. हमारे अतीत की विरासतें हमारे वर्तमान को दिशा देती हैं, हमें बेहतर भविष्य गढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं. इसलिए, आज देश अपने इतिहास को, अपने अतीत को, ऊर्जा के जाग्रत स्रोत के रूप में देखता है. अमृत महोत्सव के इसी ऐतिहासिक कालखंड में शहीद दिवस पर विक्टोरिया मेमोरियल में बिप्लवी भारत गैलरी का लोकर्पण हुआ है.'

पीएम ने कहा, 'आपको वो समय भी याद होगा जब हमारे यहां आए दिन प्राचीन मंदिरों की मूर्तियां चोरी होने की खबरें आती थीं. हमारी कलाकृतियां बेधड़क विदेशों में स्मगल होती थीं, जैसे उनकी कोई अहमियत ही नहीं थी. लेकिन अब भारत की उन धरोहरों को वापस लाया जा रहा है. 2014 से पहले के कई दशकों में सिर्फ दर्जनभर प्रतिमाओं को ही भारत लाया जा सका था. लेकिन बीते सात सालों में ये संख्या 225 से अधिक हो चुकी है. अपनी संस्कृति, सभ्यता की ये निशानियां, भारत की वर्तमान और भावी पीढ़ी को निरंतर प्रेरित करें, इस दिशा में ये एक बहुत बड़ा प्रयास है.'