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ऑपरेशन गंगा: अब तक निकाले गए 1000 छात्र, अभी भी फंसे हैं 15 हजार

इस बीच पोलैंड ने बिना इंडियन वीजा के भारतीयों को प्रवेश करने की अनुमति दे दी है.

Updated on: 28 Feb 2022, 02:46 PM

highlights

  • यूक्रेन से सटे 4 देशों के बॉर्डर से भारतीय छात्रों को निकाला जा रहा
  • छात्रों को बाहर निकालने के लिए इन चारों देशों में स्थित काम रही भारतीय दूतावास  
  • MEA की पूरी टीम रोमानिया और हंगरी के बॉर्डर प्वाइंट पर काम कर रहे 

नई दिल्ली:

Russia-Ukraine War : भारतीय छात्रों की वतन वापसी के लिए 'ऑपरेशन गंगा' (Operation Ganga) जारी है. ऑपरेशन गंगा के तहत अभी तक 1000 छात्रों को निकाले गए हैं, जबकि 15 हजार छात्रों को अभी भी निकाला जाना बाकी है. फिलहाल यूक्रेन से सटे 4 देशों के बॉर्डर से इन भारतीय को निकाला जा रहा है. इन देशों में स्थित भारतीय दूतावास काम रही है. जिन चार देशों से भारतीयों छात्रों को निकाला जा रहा है उनमें रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया शामिल है. यहां MEA (विदेश मंत्रालय) की 24 घंटे हेल्प लाइन काम कर रही है. MEA की पूरी टीम रोमानिया और हंगरी के बॉर्डर प्वाइंट पर काम कर रहे हैं, लेकिन पोलैंड बॉर्डर पर हजारों की संख्या में छात्रों के आ जाने से अव्यवस्था जैसी स्थिति है.

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इस बीच पोलैंड ने बिना इंडियन वीजा के भारतीयों को प्रवेश करने की अनुमति दे दी है. हालांकि यूक्रेन की तरफ से वीजा क्लीयरेंस में दिक्कत आ रही है क्योंकि कम स्टाफ होने और छात्रों की अधिक होने की वजह से अव्यवस्था की स्थिति बनी हुई है. कीव और खरकीब में जारी लड़ाई के कारण अभी इन इलाकों से छात्रों को निकलना मुश्किल हो रहा है. खर्किव और आस पास के इलाके में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए रूस से बातचीत चल रही है ताकि रूस भी अपना बॉर्डर खोले ताकि यूक्रेन में फंसे भारतीय को निकाला जा सके. फिलहाल इस ऑपरेशन में 12 फ्लाइट हंगरी और रोमानिया से ऑपरेट किए जा रहे हैं जिसमें 10 एयर इंडिया और 2 इंडिगो की फ्लाइट है
. युद्ध प्रभावित इलाकों में फंसे भारतीयों को मदद पहुंचाने के लिए भारत रेड क्रॉस की भी मदद ले रहा है.