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'रूस में नौकरी दिलाने वाले एजेंटों के जाल में न फंसे', विदेश मंत्रालय ने जारी किया अलर्ट

MEA Alert: नौकरी के नाम पर धोखे से रूस भेजे गए भारतीयों के मामले में भारत सरकार अब सख्त कदम उठा रही है. इसे लेकर विदेश मंत्रालय ने अलर्ट जारी किया है.

Updated on: 09 Mar 2024, 06:33 AM

highlights

  • 'रूस में नौकरी दिलाने वालों के झांसे में न आएं'
  • विदेश मंत्रालय ने भारतीयों के लिए जारी किया अलर्ट
  • भारतीयों को वापस लाने की कोशिश कर रहा MAE

नई दिल्ली:

MEA Alert: रूस में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे गए भारतीयों के मामले में विदेश मंत्रालय ने सख्ती दिखाई है. इसे लेकर मंत्रालय ने अलर्ट जारी किया है और लोगों से कहा कि वे रूस में नौकरी दिलाने वाले एजेंटों से सावधान रहें. दरअसल, रूप में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे गए भारतीयों की खबर आने के बाद विदेश मंत्रालय काफी सख्त हो गया है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हमने रूस में लगभग 20 भारतीयों ने संपर्क किया है. जो भारत वापस आना चाहते हैं. विदेश मंत्रालय का कहना है कि इन भारतीयों को कथित तौर पर मानव तस्करी रैकेट ने धोखा दिया है.

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धोखे से रूस ले जाए गए भारतीय- विदेश मंत्रालय

रूस भेजे गए भारतीयों मामले में विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि, "उन्हें झूठ बोलकर धोखे से वहां ले जाया गया. ये मानव तस्करी का मामला है. इस मामले में सीबीआई ने कुछ रेड की हैं. हम लोगों से अपील करते हैं कि वो किसी तरह के झांसे में न आएं."

क्या बोला विदेश मंत्रालय

शुक्रवार (8 मार्च) को विदेश मंत्रालय की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया कि, भारत सरकार ने रूस में काम करने के नाम पर ठगे गए भारतीयों के मामले को सख्ती से उठाया है. इसी के साथ विदेश मंत्रालय ने करीब 20 भारतीयों के रूस में फंसे होने की आशंका जताई है.

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तीन भारतीयों की मौत

इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने कहा कि टू फ्रंट वार में भारत के तीन नागरिकों की मौत हुई है. वहीं रूस-यूक्रेन जंग में दो भारतीय मारे गए हैं. जबकि इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध में भी एक भारतीय मारा गया है.

'एजेंटों के जाल में ना फंसे भारतीय'

विदेश मंत्रालय ने कहा कि रूस में काम दिलाने का बहाना बनाकर भारतीयों को भेजने वाले ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़े एजेंट हैं इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. इस संबंध में सीबीआई ने कई शहरों में छापेमारी कर मामला भी दर्ज किया है. इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने लोगों से अपील भी की है कि वह रूस में हेल्पर के तौर पर नौकरी दिलाने वाले एजेंटों के जाल में ना फंसें. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ये जीवन के लिए खतरे और जोखिम से भरा है. मंत्रालय का कहना है कि भारत सरकार रूसी सेना में सहायक स्टाफ के रूप में कार्यरत अपने नागरिकों की शीघ्र रिहाई और घर वापसी के लिए प्रतिबद्ध हैं.

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