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बढ़ती असहिष्णुता और मॉब लिंचिंग की घटनाएं समाज के लिए खतरा, मनमोहन सिंह ने जताई चिंता

देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पिछले कुछ सालों में बढ़ते हिंसक आपराधिक मामलो, मॉब लिंचिंग की घटनाओं और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पर चिंता जताई है

Updated on: 20 Aug 2019, 01:50 PM

नई दिल्ली:

देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पिछले कुछ सालों में बढ़ते हिंसक आपराधिक मामलो, मॉब लिंचिंग की घटनाओं और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पर चिंता जताई है. राजीव गांधी की 75वीं जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में मनमोहन सिंह ने कहा, देश में पिछले कुछ सालों में परेशान कर देने वाली विचारधारा देखी गई है. बढ़ती असहिष्णुता, सांप्रदायिक ध्रुवीकरण, हिंसक अपराधों की बढ़ती घटनाओं और कुछ समूहों की मॉब लिंचिंग से प्रेरित हिंसा की ये घटनाएं ही हमारी राजनीतिक छवि को नुकसान पहुंचा सकती है.

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इससे पहले मनमोहन सिंह ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद भी बयान दिया था. उन्होंने उस वक्त कहा था,  जम्मू-कश्मीर में ऑर्टिकल 370 निरस्त होना देश में कई लोगों को यह अच्छा नहीं लग रहा है. यहां यह ज्यादा महत्वपूर्ण है कि इन सभी लोगों की आवाज को सुना जाए. हमें इनके लिए आवाज उठानी होगी और यह हम अपनी आवाज उठाकर ही कर सकते हैं. यह भारत का मजबूत विचार है.

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इसके पहले ऑर्टिकल 370 को लेकर मनमोहन सिंह का एक बयान भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था जिसमें दावा किया जा रहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्मीर को लेकर हम किसी भी कुर्बानी के लिए तैयार हैं. हालांकि बाद में फैक्ट चेक में उस बयान का दावा झूठा पाया गया.