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जाधव को बचाने के लिये भारत उठाएगा कदम, पाकिस्तान के चार टॉप वकीलोंं से कर सकता है संपर्क

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, पाकिस्तान के बड़े वकीलों को जाधव को केस सड़ने के लिये लगाएंगी।

Updated on: 13 Apr 2017, 04:30 PM

नई दिल्ली:

कुलभूषण जाधव को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर से तनाव पैदा हो गया है। भारत सरकार ने जाधव की फांसी के फैसले को तर्कहीन करार देते हुए पाकिस्तान को चेतावनी भी दी है। भारत ने कहा है कि जाधव को बचाने के लिये वो हर संभव कदम उठाएगा।

जाधव की गिरफ्तारी के बाद से भारत ने लगातार कहा है कि पाकिस्तान इस मामले में गलत तथ्य पेश कर रहा है। पाकिस्तान ने भी जो कुछ भी कहा है या तथ्य के तौर पर पेश किया है उसमें कई तरह की विरोधाभाष भी नज़र आ रहे हैं।

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संसद में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि जाधव अपने माता-पिता ही नहीं भारत का बेटा है। उसको बचाने के लिये सरकार हर संभव कदम उठाएगी। उन्होंने यहां तक कहा कि सरकार अप्रत्याशित कदम भी उठा सकती है। साथ ही यह भी कहा है कि इसके लिए वह पाकिस्तान के बड़े वकीलों को लगाएंगी।

ईरान से जाधव का अपहरण किया गया था। पाकिस्तान ने जाधव पर भारतीय जासूस होने का झूठा आरोप लगाते हुए दावा किया था कि उसने 3 मार्च 2016 को बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया था।

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पाकिस्तान आर्मी ऐक्ट (PAA) के तहत जाधव को मौत की सजा सुनाई गई है। साथ ही इस फैसले के खिलाफ याचिका दायर करने के लिये 60 दिन का समय है।

लेकिन कौन-कौन से पाकिस्तानी वकील हो सकते हैं जिनसे सरकार जाधव का केस लड़ने के लिये संपर्क कर सकती है।

टॉप पाकिस्तानी वकील:

अस्मा जहांगीर: जानी-मानी मानवाधिकार वकील जहांगीर पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की प्रेसिडेंट रह चुकीं हैं। इनका नाम मानवाधिकार की रक्षा के लिये लड़ने वाले पाकिस्तान के टॉप वकीलों में शुमार किया जाता है।

अंसार बर्नी: बर्नी पाकिस्तान के जाने-माने वकील हैं। वह मानवाधिकार के फेडरल मिनिस्टर भी हैं। इसके अलावा वो संयुक्त राष्ट्र में भी काम किया है। वह कैदियों के अधिकार के लिये लड़ते रहे हैं और मौत की सजा के खिलाफ भी आवाज़ उठाते रहे हैं।

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जिबरान नासिर: जिबरान एक वकील होने के साथ ही आंदोलनकारी भी हैं। पेशावर स्कूल में हुई शूटिंग के बाद उन्होंने को धार्मिक कट्टरपंथियों के खिलाफ आवाज उठाने के बाद वो सुर्खियों में आए।

ऐतजाज अहसान: पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व प्रेसिडेंट रह चुके हैं। बर्खास्त किये गए पाकिस्तान के चीफ जस्टिस को बचाने में अहम भूमिका निभाई।

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