logo-image

कन्हैया कुमार बोले- देश को बचाने के लिए कांग्रेस में हुए शामिल

जेएनयूएसयू के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता रहे कन्हैया कुमार मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. हालांकि, अभी गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी कांग्रेस में शामिल नहीं हुए हैं. जिग्नेश ने कहा कि तकनीकी वजह से मैं कांग्रेस में शामिल नहीं हो पाया, लेकिन वैचारिक रूप से मैं कांग्रेस में ही हूं.

Updated on: 28 Sep 2021, 06:19 PM

नई दिल्ली:

जेएनयूएसयू के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता रहे कन्हैया कुमार मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. हालांकि, अभी गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी कांग्रेस में शामिल नहीं हुए हैं. जिग्नेश ने कहा कि तकनीकी वजह से मैं कांग्रेस में शामिल नहीं हो पाया, लेकिन वैचारिक रूप से मैं कांग्रेस में ही हूं. दोनों नेताओं ने दिल्ली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. इसके बाद कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाल समेत अन्य नेताओं ने कन्हैया कुमार को पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस पर सुरजेवाला ने कहा कि कन्हैया अभिव्यक्ति की आजादी के प्रतीक हैं. इस दौरान कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) ने बताया कि वे कांग्रेस में क्यों शामिल हुए हैं?

यह भी पढ़ें : राहुल से मुलाकात के बाद कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी कांग्रेस में शामिल

कन्हैया कुमार ने कहा कि मुझे महसूस होता है कि कुछ लोग जो एक सोच हैं जो देश के इतिहास, वर्तमान और भविष्य को खराब कर रहे हैं. इस देश की सबसे पुरानी, लोकतांत्रिक पार्टी में हम इसलिए शामिल होना चाहते हैं कि अगर कांग्रेस नहीं बचा तो देश नहीं बचेगा. इस देश को भगत सिंह, अंबेडकर, गांधी की जरूरत है. 

यह भी पढ़ें : नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर कैप्टन अमरिंदर सिंह का ट्वीट- पंजाब के लिए फिट नहीं हैं वे

उन्होंने आगे कहा कि देश 47 से पहले वाली स्थिति में चला गया, लेकिन सब लोग केवल अपनी चिंता कर रहे हैं. अगर गांव में आग लगी है तो आपकी दुकान भी नहीं बचेगी. कांग्रेस भारतीय होने का एहसास है. जब विपक्ष कमजोर हो जाता है तो सत्ता तानाशाह हो जाती है. 

यह भी पढ़ें : पंजाब में घमासान: नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर क्या बोले CM चरणजीत सिंह चन्नी? जानिए पूरी बात

कांग्रेस में शामिल होने के बाद कन्हैया कुमार ने कहा कि 200 सीटों पर बीजेपी के सामने कांग्रेस के अलावा कोई विकल्प नहीं है. सबसे बड़ी विपक्षी दल को अगर नहीं बचाया गया तो छोटी कश्ती भी नहीं बचेगी. इस जिम्मेदारी से मैं मुंह नहीं मोड़ सकता हूं. मेरी पुरानी पार्टी ने मुझे सिखाया और बढ़ाया. वैचारिक संघर्ष को कांग्रेस ही नेतृत्व दे सकती है. युवाओं से कहूंगा कि दाएं-बाएं के चक्कर में ना पड़ें. यह अर्जेन्सी का समय है.