Gaganyaan Mission: अंतरिक्ष में छलांग लगाने को तैयार इसरो का 'गगनयान', अंतिम चरण में पहुंची मिशन की तैयारी
ISRO Gaganyaan Mission: इसरे इस महीने के अंत तक अपने महत्वाकांक्षी गगयान मिशन के लॉन्च कर सकते है. जिसके लिए तैयारियां अंतिम चरण हैं. बता देें कि इससे इस साल एक के बाद एक अपना तीसरा मिशन लॉन्च करेगा.
highlights
- अंतिम चरण में गगनयान मिशन की तैयारियां
- इस महीने के आखिर में किया जाएगा लॉन्च
- चांद, सूरज के बाद मंगल पर जाने को बेताब इसरो
New Delhi:
ISRO Gaganyaan Mission: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी चंद्रयान-3 और आदित्य-एल1 के बाद जल्द ही अपना तीसरा मिशन लॉन्च करने वाली है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) चांद और सूरज के बाद मंगल ग्रह पर अपना मिशन भेजना वाला है. जिसके लिए तैयारियां अपने अंतिम चरण में पहुंच गई हैं. इस महीने के अंत में इसरो इसका परीक्षण कर सकता है. परीक्षण के लिए विकसित इस यान से अंतरिक्ष यात्रियों को निकालने की प्रणाली ‘क्रू एस्केप सिस्टम' का परीक्षण किया जाएगा. इसरो ने इससे जुड़ी कुछ तस्वीरें भी अपने एक्स अकाउंट से शेयर की हैं. इसके साथ ही जानकारी दी है कि इसकी तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं.
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अंतरिक्ष में मानव को भेजेगा इसरो
बता दें कि इसरो इस परीक्षण को काफी अहम मान रहा है. क्योंकि इस परीक्षण के जरिए इसरो मानव को अंतरिक्ष में भेजेगा. अगर ये परीक्षण सफल होता है तो भारत के नाम अंतरिक्ष में एक और उपलब्धि लिख जाएगी. विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) के निदेशक एस उन्नीकृष्णन नायर ने जानकारी दी कि, तैयारियां जोरों से चल रही हैं. यान प्रणाली के सभी हिस्से (प्रक्षेपण के लिए) श्री हरिकोटा पहुंच गये हैं. उन्हें जोड़ने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम अक्टूबर महीने के आखिर तक इसे लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं.
Mission Gaganyaan:
— ISRO (@isro) October 7, 2023
ISRO to commence unmanned flight tests for the Gaganyaan mission.
Preparations for the Flight Test Vehicle Abort Mission-1 (TV-D1), which demonstrates the performance of the Crew Escape System, are underway.https://t.co/HSY0qfVDEH @indiannavy #Gaganyaan pic.twitter.com/XszSDEqs7w
बता दें कि अंतरिक्ष विभाग के अधीन इसरो का प्रमुख केंद्र वीएसएससी है जो तिरुवनंतपुरम में स्थित है. नायर का कहना है कि इस क्रू एस्केप सिस्टम के साथ हम उच्च दबाव और 'ट्रांससोनिक स्थितियों' जैसी अलग-अलग परिस्थितियों का परीक्षण भी करेंगे. इसरो अधिकारी का कहना है कि क्रू एस्केप सिस्टम (CES) गगनयान का सबसे अहम तत्व है.
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इसरो अधिकारियों के मुताबिक, इस महीने परीक्षण यान टीवी-डी1 का परीक्षण किया जाएगा, जो गगनयान कार्यक्रम के तहत चार परीक्षण मिशन में से एक है, इसके बाद दूसरे परीक्षण यान टीवी-डी2 के अलावा पहले मानव रहित गगनयान (LVM3-G1) का परीक्षण किया जाएगा. वहीं इसके दूसरे चरण में परीक्षण यान मिशन (TV-D3 और D4) और LVM3-G2 को रोबोटिक पेलोड के साथ भेजने की योजना है.
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