दार्जिलिंग में इंटरनेट सेवाएं बंद, जीजेएम के समर्थकों का प्रदर्शन जारी
दार्जिलिंग में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शन करने के दौरान सुरक्षा बलों का सड़कों पर दूसरे दिन भी गश्त जारी रहा। उसके साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी बंद रहीं।
highlights
- दार्जिलिंग में जीजेएम के कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के कारण इंटरनेट सेवाएं बंद
- ममता बनर्जी ने कहा कि दार्जिलिंग हिंसा की समस्या केवल बातचीत से ही हल हो सकती है।
नई दिल्ली:
दार्जिलिंग में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शन करने के दौरान सुरक्षा बलों का सड़कों पर दूसरे दिन भी गश्त जारी रहा। उसके साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी बंद रहीं। जीजेएम के समर्थकों की अलग राज्य की मांग खारिज होने के कारण उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला भी फूंका।
इंटरनेट सेवाएं आज दूसरे दिन भी बंद रही। पुलिस सूत्रों ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए उकसाने वाले संदेश के प्रसार को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। सुरक्षा बलों ने सड़कों पर गश्त किया क्योंकि जीजेएम के अनिश्चितकालीन बंद के पांचवे दिन भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने कल अगली कार्यवाही पर चर्चा के लिए एक सर्वपक्षीय बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री ने 22 जून को सिलीगुड़ी में राज्य सरकार द्वारा दार्जिलिंग की मौजूदा स्थिति पर आयोजित एक सर्वपक्षीय बैठक में भाग लेने के लिए संबंधित सभी पार्टियों और हितधारकों से आग्रह किया।
ममता ने शनिवार को कहा था कि दार्जिलिंग हिंसा की समस्या केवल बातचीत से ही हल हो सकती है। उन्होंने कहा कि मैं अपना जीवन बलिदान करने के लिए तैयार हूं लेकिन मैं बंगाल का बटवारा नहीं होने दूंगी। इस पर जीजेएम ने सरकार के साथ बातचीत करने से मना कर दिया और कहा कि केंद्र में बीजेपी सरकार से इस मुद्दे पर बातचीत करना आसान रहेगा।
आपको बता दें कि भाजपा जीजेएम के सहयोगी है और पार्टी के सांसद एस एस अहलूवालिया ने 2014 के लोकसभा चुनाव में दार्जिलिंग से समर्थन हासिल किया था। जीजेएम नेता बिनय तमांग ने कहा, 'हम पश्चिम बंगाल सरकार से बातचीत के लिए तैयार नहीं हैं। ममता बनर्जी ने हमें अपमानित किया है, उसने हमें आतंकवादी कहा है।'
नेता बिनय तमांग ने कहा कि जीजेएम के तीन कार्यकर्ताओं की मौत हो जाने के कारण शनिवार को एनएच-31ए राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाया था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि स्थिति अभी भी बहुत तनावपूर्ण है लेकिन सुबह से हिंसा की कोई घटना नहीं हुई है। हम हाई अलर्ट पर हैं और किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं।
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