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विदेश में नौकरी करने का सपना देखना पड़ा भारी, कहानी जानकर रूह कांप जाएगी

एजेंटों ने उसे बताया था कि उसे जर्मनी में वर्क परमिट मिल गया है. लेकिन जब वो बैंकॉक पहुंचा तो उसे मुझे प्रताड़ित किया जाने लगा.

Updated on: 30 Mar 2024, 08:04 PM

नई दिल्ली:

Indian Illegal Immigration : अवैध तरीके से विदेश जाने के कई सुनने को मिलते हैं. हर किसी का सपना होता है किसी तरह वो दूसरे देश स्पेशली पश्चिम देश चला जाए तो वो भी डॉलर और पाउंड में कमाएगा. लेकिन इसकी वजह से जिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है उसकी एक अलग ही कहानी होती है. आज हम ऐसे ही एक कहानी के बारे में बताएंगे जिसे सुनने के बाद आपका दिमाग भी चक्कर खा जाएगा. ये कहानी है हरियाणा के रहने वाले एक युवक की जिसने अपने ऊपर बीते सितम की जानकारी साझा की है. 

हरियाणा के रहने वाला एक युवा जो नौकरी की लिए विदेश गया था. लेकिन वहां उसके साथ कुछ एजेंटों ने धोखा किया. उस पर कई ज्यादती किए लेकिन वो किसी तरह रूस से भारत लौटने में कामयाब रहा. उसने बताया कि उसके पिछले साल भारत छोड़ने के दिन से ही परेशानी शुरू हो गई थी. भारत के बाहर नौकरी के लिए मुकेश ने कुछ एजेंटों को कॉन्टेक्ट किया. एजेंटों ने उसे बताया कि उसे जर्मनी का वर्क परमिट मिल जाएगा. लेकिन वो सीधा वहां नहीं जा सकता है. उसे पहले बैंकॉक भेजा गया और फिर वहां से उसे रूस ले जाया गया. रूस में वो रूसी सेना के हत्थे चड़ गया क्योंकि उनके पास कोई लीगल इमीग्रेशन डॉक्यूमेंट नहीं था. उसके बाद उसे सेना में काम करने का या जेल जाने का ऑप्शन दिया गया.न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ के मुताबिक मुकेश ने कहा कि रूसी सेना में 250-300 भारतीय शामिल हैं. सभी को फर्जी नौकरी के वादों से ठगा गया और उसे रूसी सेना में भर्ती कर दिया गया.

सिगरेट से जलाया जाता था

अपनी कहानी सुनाते हुए कहा कि रूस जाने के उसने अवैध रास्ते का उपयोग किया. मुकेश ने कहा कि वह पिछले साल सितंबर में बैंकॉक का टिकट लेकर भारत से निकला था. वहीं, एजेंटों ने उसे बताया था कि उसे जर्मनी में वर्क परमिट मिल गया है. लेकिन जब वो बैंकॉक पहुंचा तो उसे मुझे प्रताड़ित किया जाने लगा. इतना ही नहीं उसके परिवार से पैसे ले लिए गए. फिर एजेंटों ने मुकेश को रूस का टिकट दिया. जब वो रूस पहुंचा तो एजेंट और उसके साथियों ने उसकी पिटाई की. इसके बाद एजेंटों के द्वारा बेलारूस ले जाया गया. वहां उसे जंगल में ले जाकर छोड़ दिया गया. यहां भी उसके साथ मारपीट की गई. इतना ही नहीं उसे सिगरेट से जलाया जाता था.मुकेश ने कहा कि इस दौरान उसके परिवार के सदस्यों को वीडियो कॉल करके डराया गया और पैसे ऐंठने की धमकी दिए गए.

सेना ने उसे पकड़ लिया

मुकेश ने कहा कि वो जंगल में 16 दिनों रहा जहां उसे खाने के लिए भी नहीं दिया जाता था. जिसकी वजह से वो बेहोश गया था. इसके बाद कुछ दोस्तों ने मेरी मदद की लेकिन उसी वक्त सेना ने उसे पकड़ लिया. एजेंटों ने कहा कि सेना में सेवा करो या 10 साल के लिए जेल जाने के लिए तैयार रहो. हमने सेना में शामिल होने से इंकार कर दिया. जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया. लेकिन कुछ दिनों बाद उसे जमानत मिल गई जिसके बाद उसे भारत भेज दिया गया.

दो भारतीयों की हो चूकी है मौत.

आपको बता दें कि कई भारतीय युवा रूसी सेना में भर्ती करने वाले फर्जी नौकरी देने वाले रैकेट के चंगुल में फंस गए हैं. हालांकि भारत ने इस मसले को रूस के समक्ष उठाया है और वहां फंसे भारतीयों को जल्द से जल्द निकालने की अपील की है.रूसी सेना की ओर से यूक्रेन के खिलाफ लड़ते हुए जंग में कम से कम दो भारतीयों की मौत हो चूकी है.