पाकिस्तान को विदेश मंत्री जयशंकर की दो टूक, पहले सभ्य पड़ोसी बनें फिर बातचीत करें
भारत, पाकिस्तान के साथ आतंकवाद के मुद्दे पर बातचीत करने के लिए तैयार है, बशर्ते इस्लामाबाद सुनिश्चित करे कि वह सभ्य पड़ोसी की तरह पेश आएगा. यह बातचीत हमारे सिर पर बंदूक तानकर नहीं हो सकती.
highlights
- सिंगापुर में विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी.
- दो टूक कहा पहले सभ्य पड़ोसी बने पाकिस्तान फिर करे बातचीत की पेशकश.
- यह बातचीत हमारे सिर पर बंदूक तानकर नहीं हो सकती.
सिंगापुर:
विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि भारत, पाकिस्तान के साथ आतंकवाद के मुद्दे पर बातचीत करने के लिए तैयार है, बशर्ते इस्लामाबाद सुनिश्चित करे कि वह सभ्य पड़ोसी की तरह पेश आएगा. यह बातचीत हमारे सिर पर बंदूक तानकर नहीं हो सकती. जम्मू-कश्मीर से 5 अगस्त को विशेष दर्जा वापस लिए जाने के बाद भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ जारी तनाव के बीच विदेश मंत्री का यह बयान आया है.
यह भी पढ़ेंः कश्मीर मुद्दे पर अकेला पड़ा पाकिस्तान, अब इमरान खान ने ट्वीट कर भारत पर लगाया ये बड़ा आरोप
पाकिस्तान सभ्य पड़ोसी बने
मिंट एशिया लीडरशिप समिट को संबोधित करते हुए जयशंकर ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि अगर ऐसे मुद्दे हैं जिन पर बात करने की जरूरत है, तो यह भारत और पाकिस्तान के बीच है. पाकिस्तान की ओर से पैदा सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए विदेश मंत्री ने कहा, 'लेकिन यह बातचीत हमारे सिर पर बंदूक ताने बगैर की जानी चाहिए.' पाकिस्तान में 40 अलग अलग आतंकवादी समूहों की उपस्थिति की प्रधानमंत्री इमरान खान की स्वीकारोक्ति को रेखांकित करते हुए जयशंकर ने कहा, 'हम इस बारे में बातचीत के लिए तैयार हैं, बशर्ते कि आप सभ्य पड़ोसी की तरह बातचीत करें.'
यह भी पढ़ेंः नीचता पर उतरा पाकिस्तान, जानलेवा बीमारी फैलाने की रच रहा साजिश, राजस्थान बॉर्डर पर अलर्ट
अमेरिका से परेशानी नहीं
वहीं, अमेरिका के साथ व्यापार मसले के बारे में विदेश मंत्री ने कहा कि समस्याओं से उन्हें परेशानी नहीं होती है. हालांकि व्यापार भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. हाल के महीनों में बाजार पहुंच और शुल्कों में वृद्धि हुई है, जिसके कारण एक लंबा विवाद छिड़ने की आशंका है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जून में भारत को दी जाने वाली तरजीही व्यापार की स्थिति को यह कहते हुए समाप्त कर दिया कि भारत अमेरिका को अपने बाजारों में समान और न्यायसंगत पहुंच का आश्वासन देने में विफल रहा है.
यह भी पढ़ेंः मोदी सरकार पाकिस्तान-चीन से एक साथ निपटेगी, P8i होगा नौसेना में शामिल
सिंगापुर से संबंध महत्वपूर्ण
वैश्विक स्तर पर विकास के बारे जयशंकर ने कहा कि अगर भारत को दक्षिण एशिया से आगे बढ़ना है, तो दक्षिण पूर्व एशिया, आसियान देशों के सदस्य देशों और सिंगापुर के साथ संबंध अति महत्वपूर्ण होंगे. उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं और हमारी रुचि बढ़ती जाती है, क्षेत्र का महत्व बढ़ता जाता है. जयशंकर ने कहा, 'अगर भारत को दक्षिण एशिया की सीमाओं से आगे बढ़ना है, तो वैश्विक रूप से दक्षिण-पूर्व एशिया, आसियान और सिंगापुर के साथ संबंध अति महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं.'
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
-
Arti Singh Wedding: आरती की शादी में पहुंचे गोविंदा, मामा के आने पर भावुक हुए कृष्णा अभिषेक, कही ये बातें
-
Lok Sabha Election 2024: एक्ट्रेस नेहा शर्मा ने बिहार में दिया अपना मतदान, पिता के लिए जनता से मांगा वोट
धर्म-कर्म
-
Vaishakh month 2024 Festivals: शुरू हो गया है वैशाख माह 2024, जानें मई के महीने में आने वाले व्रत त्योहार
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया पर बनेगा गजकेसरी योग, देवी लक्ष्मी इन राशियों पर बरसाएंगी अपनी कृपा
-
Pseudoscience: आभा पढ़ने की विद्या क्या है, देखते ही बता देते हैं उसका अच्छा और बुरा वक्त
-
Eye Twitching: अगर आंख का ये हिस्सा फड़क रहा है तो जरूर मिलेगा आर्थिक लाभ