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लोकसभा चुनाव

अरविंद केजरीवाल ने नाराज चल रहे पंजाब आप नेताओं से की मुलाकात, कलह सुलझने की उम्मीद

बिक्रम सिंह मजीठिया को दिए माफीनामे के बाद बैकफुट पर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने रविवार को पंजाब के आम आदमी पार्टी (आप) विधायकों से मुलाकात की।

Updated on: 19 Mar 2018, 12:15 AM

नई दिल्ली:

पंजाब के पूर्व मंत्री और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को दिए माफीनामे के बाद बैकफुट पर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने रविवार को नाराज पंजाब के आम आदमी पार्टी (आप) विधायकों से मुलाकात की।

ड्रग्स व्यापार के आरोपों पर केजरीवाल के माफीनामे के बाद आप के पंजाब यूनिट के नेताओं के लिए अचरज भरा था। केजरीवाल के माफीनामे से नाराज होकर पंजाब आप प्रमुख भगवंत मान और प्रदेश उपाध्यक्ष अमन अरोड़ा ने पद से इस्तीफा दे दिया था।

पंजाब के 20 विधायकों में से 10 ने राज्य के नेताओं के साथ दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर मुलाकात की जहां मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद थे।

मीटिंग में केजरीवाल ने मजीठिया से माफीनामे को लेकर पार्टी के नेताओं को अपना स्पष्टीकरण दिया। पार्टी सूत्रों के अनुसार केजरीवाल की सफाई के बाद आप नेता संतुष्ट हो गए।

आप ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'नाराज हुए पंजाब के 10 विधायकों को मनीष सिसोदिया के घर हुई बैठक में मना लिया गया है। बैठक में अरविंद केजरीवाल खुद भी मौजूद थे और विधायकों से उनकी लम्बी बातचीत हुई।'

केजरीवाल के साथ मीटिंग के बाद पंजाब के एक आप विधायक ने कहा, 'उन्होंने हमें अपनी मजबूरी बताई। उन्होंने कहा कि वो अपना समय दिल्ली के लोगों के सेवाओं में देना चाहते हैं और इन मामलों को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने हमें कहा कि ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।'

हालांकि बैठक में नाराज विधायकों में आधे ही मौजूद थे और आधे विधायक पार्टी के नेतृत्व से अब भी नाराज चल रहे हैं।

पंजाब 'आप' में क्यों बढ़ा विवाद:

आपको बता दें कि पंजाब में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान केजरीवाल ने अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को ड्रग माफिया बताया था। इसके बाद मजीठिया ने केजरीवाल पर मानहानि का मामला दर्ज कर दिया था।

हाल ही में उन्होंने इस बात पर आरोप वापस लेकर मजीठिया से माफी मांग ली। अदालत में दिए गए माफीनामे में केजरीवाल ने कहा है कि उन्हें अब पता चला है कि उनके द्वारा लगाए गए ड्रग्स ट्रेड के आरोप निराधार थे। जिसके बाद अकाली दल के नेता ने कहा था कि वह मानहानि का केस वापस ले लेंगे।

इसके अलावा पंजाब चुनाव के दौरान आप के साथ गठबंधन करने वाली लोक इंसाफ पार्टी (एलआईपी) ने भी केजरीवाल के फैसले से नाराज होकर आप से अलग होने का फैसला कर लिया था।

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