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दाऊद की स्पेशल यूनिट... भारत दहलाने की साजिश, बड़े नेता निशाने पर

एनआईए (NIA) को पता चला है कि दिल्ली और मुंबई में रहने वाले शीर्ष राजनेता और व्यवसायी डी-कंपनी के रडार पर हैं.

Updated on: 20 Feb 2022, 01:55 PM

highlights

  • भारत में बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक दंगे कराने की साजिश
  • सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में है डी कंपनी ऐसे लोगों से
  • दिल्ली-मुंबई के कई बड़े राजनेता और व्यापारी हैं रडार पर

नई दिल्ली:

एनआईए को पता चला है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) अपनी हाल ही में गठित स्पेशल यूनिट के जरिए पूरे भारत में आतंकी गतिविधियां फैला रहा है. इस संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिलने के बाद 7 फरवरी को जांच एजेंसी ने दाऊद इब्राहिम और अन्य के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. एनआईए (NIA) को पता चला है कि दिल्ली और मुंबई में रहने वाले शीर्ष राजनेता और व्यवसायी डी-कंपनी के रडार पर हैं.

धमाकों से भारत को दहलाने की साजिश
उसने अपने आदमियों के माध्यम से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बनाई. उनका मुख्य इरादा पूरे भारत में बम विस्फोट ऑपरेशन को अंजाम देना था. हाल ही में गृह मंत्रालय ने एनआईए को डी-कंपनी के मामलों को देखने और गहन जांच शुरू करने की मंजूरी दी थी. एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि एनआईए द्वारा दर्ज प्राथमिकी में दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों के नाम का उल्लेख किया गया था.

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हवाला चैनल से कर रहा है फंडिंग
दाऊद काफी लंबे समय से पूरे भारत में आतंकी गतिविधियां फैला रहा था. उन्होंने कहा कि उन्होंने हवाला चैनलों के माध्यम से उन लोगों की आर्थिक मदद की है जो पूरे भारत में अशांति पैदा करने के लिए उनके इशारे पर काम कर रहे हैं. एजेंसियां डी-कंपनी की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही हैं और पाया है कि हाल के दिनों में उन्होंने दंगा जैसी स्थिति पैदा करने के लिए पूरे भारत में लोगों की भर्ती की है. वे राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं और विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश भी कर रहे हैं.

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सोशल मीडिया का कर रहा इस्तेमाल
इससे पहले भारत भर में हुई कई राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में दाऊद के शामिल होने के संबंध में एनआईए के साथ बहुत सारी जानकारी साझा की गई थी. जांच एजेंसी को पता चला कि दाऊद भारत में लोगों की भर्ती कर रहा था और दंगा जैसी स्थिति पैदा करने के लिए आर्थिक और तार्किक रूप से उनकी मदद कर रहा था. संचार के लिए डी-कंपनी द्वारा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जा रहा था. एनआईए ने उनमें से कुछ को इंटरसेप्ट किया था और पता चला था कि कैसे एक गहरी साजिश रची जा रही थी. एनआईए ने उपलब्ध सामग्री के आधार पर दाऊद एंड डी कंपनी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी.