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लोकसभा चुनाव

अय्यर के घर बैठक में शामिल कांग्रेस नेताओं के खिलाफ NIA दर्ज करे एफआईआर: बीजेपी नेता

बीजेपी के नेता अजय अग्रवाल ने बुधवार को कांग्रेस नेताओं और अन्य के पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बैठक करने के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को एफआईआर दर्ज करने को कहा है।

Updated on: 14 Dec 2017, 08:45 AM

highlights

  • बीजेपी नेता ने कहा कि कांग्रेस नेताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 124 (ए) देशद्रोह के तहत नाम दर्ज करना चाहिए
  • पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बैठक करने के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को एफआईआर दर्ज करने को कहा

नई दिल्ली:

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और सुप्रीम कोर्ट में वकील अजय अग्रवाल ने बुधवार को कांग्रेस नेताओं और अन्य के पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बैठक करने के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को एफआईआर दर्ज करने को कहा है।

अग्रवाल ने एनआईए को लिखे पत्र में बताया कि यह बैठक सरकार को अस्थिर करने और मौजूदा गुजरात चुनाव को प्रभावित के लिए की गई थी।

उन्होंने कहा है कि इसी बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणि शंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 'नीच आदमी' कहा था।

बीजेपी नेता ने लिखा कि 6 दिसंबर को अय्यर के घर हुई बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, भारत में पाकिस्तानी उच्चायुक्त सोहैल महमूद, खुर्शीद कसूरी, भारतीय राजनयिक और कई अधिकारी मौजूद थे।

अग्रवाल ने लिखा, 'यह कदम चुनी हुई सरकार के खिलाफ काफी ज्यादा नफरत भरा है। जो व्यक्ति कर रहा था और जो भी व्यक्ति इस साजिश में लिप्त थे, उनका भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 124 (ए) देशद्रोह के तहत नाम दर्ज करना चाहिए।'

उन्होंने लिखा, 'जब भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ बातचीत नहीं करने पर एक स्टैंड ले रखी है, जब तक कि भारत में वो आतंक को निर्यात करना बंद न करें, तो फिर इन व्यक्तियों को किसने बैठक की इजाजत दी।'

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अग्रवाल ने लिखा है कि बैठक एक गुप्त एजेंडा के साथ गुप्त तरीके से किया गया था, जो कि पूरी तरह राष्ट्र विरोधी साबित होता है और इसलिए संदेह भी पैदा होता है।

हालांकि मनमोहन सिंह ने नरेंद्र मोदी के इन आरोपों पर एक बयान जारी किया जिसमें अय्यर के घर पर हुए डिनर में शामिल सभी लोगों की जानकारी दी गई।

इसके साथ ही बयान में यह भी कहा गया कि वहां सिर्फ दोनों देशों के रिश्तों को लेकर बातचीत हुई थी और चुनाव के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं की गई थी।

पूर्व पीएम ने जारी अपने बयान में कहा था, 'मैं उनके (पीएम मोदी) झूठे बयान और आरोपों को पूरी तरह खारिज करता हूं। मैंने वहां गुजरात चुनाव पर किसी से कोई बातचीत नहीं की थी। मैं यह उम्मीद कर रहा हूं कि पीएम मोदी अपने पद की गरिमा को समझते हुए इस बयान के लिए देश से माफी मांगेंगे।'

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