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कोरोना के कोहराम के बीच बिहार पर आन पड़ी दोहरी मुसीबत

पिछले कई वर्षों से गर्मी प्रारंभ होते ही मुजफ्फरपुर, गया सहित राज्य के कई इलाकों में एईएस का प्रकोप प्रारंभ हो जाता है, जिसकी चपेट में आने वाले अधिकांश कम उम्र के बच्चे होते हैं. पिछले वर्ष इस बीमारी से करीब 150 बच्चों की मौत हो गई थी.

Updated on: 28 Mar 2020, 01:41 PM

मुजफ्फरपुर:

एक ओर जहां पूरा देश कोरोना (Corona Virus) से जंग लड़ रहा है वहीं गर्मी प्रारंभ होते ही बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेलाइटिस (AES-एईएस) का भय सताने लगा है. इसी बीच मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) में शुक्रवार को एईएस का एक मरीज भर्ती कराया गया है, जबकि शनिवार को एक और मरीज पहुंचा है. एसकेएमसीएच में शुक्रवार को भर्ती आदित्य कुमार (करीब चार साल) सकरा प्रखंड के बैजूबुजुर्ग गांव निवासी मुन्ना राम का पुत्र है. एसकेएमसीएच में उसे शुक्रवार दोपहर बाद पीआईसीयू में भर्ती किया गया है और उसका इलाज किया जा रहा है. डॉक्टरों ने उसे एईएस का मरीज बताया है.

शनिवार को भी पूर्वी चंपारण से एईएस का एक संदिग्ध मरीज पहुंचा है. एसकेएमसीएच के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ़ गोपाल शंकर सहनी ने शनिवार को बताया कि मरीज का इलाज चल रहा है तथा उसकी स्थिति स्थिर बनी हुई है. उन्होंने बताया कि मरीज में ग्लूकोज की कमी थी, जिसे दूर किया जा रहा है.

उल्लेखनीय है कि पिछले कई वर्षों से गर्मी प्रारंभ होते ही मुजफ्फरपुर, गया सहित राज्य के कई इलाकों में एईएस का प्रकोप प्रारंभ हो जाता है, जिसकी चपेट में आने वाले अधिकांश कम उम्र के बच्चे होते हैं. पिछले वर्ष इस बीमारी से करीब 150 बच्चों की मौत हो गई थी.